जमशेदपुर, 17 अक्टूबर: स्पीक मैके की ओर से एक्सएलआरआइ-जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘जलसा- द गरबा नाइट’ ने छात्रों, शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों के बीच उमंग और उत्साह का वातावरण पैदा कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ आरती से किया गया, जिसमें सभी उपस्थित लोगों ने शांति, सौहार्द और समावेशिता की कामना की। इसके बाद आयोजन स्थल पर गरबा की रंगीन महफ़िल सजाई गई, जहाँ छात्र, शिक्षक और कर्मचारी मिलकर नृत्य में हिस्सा लेने लगे। इस गरबा नाइट की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि इसमें हर किसी की भागीदारी सुनिश्चित की गई, चाहे कोई पहली बार गरबा में शामिल हो या पहले से अनुभवी हो।

कार्यक्रम में रोशनी, कोरियोग्राफी और कार्यक्रम की संरचना विशेष रूप से इस तरह तैयार की गई थी कि सभी को आनंद का अनुभव हो और मानसिक सुरक्षा की भावना भी बनी रहे। गरबा नृत्य में सामूहिक भागीदारी ने सभी उपस्थित लोगों में सामुदायिक भावना और समावेशिता को मजबूत किया।
जलसा नाइट में छात्रों ने पारंपरिक पोशाकों में सज-धज कर रंग-बिरंगी छवि प्रस्तुत की, वहीं शिक्षकों ने भी इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। छात्रों का कहना था कि इस प्रकार के कार्यक्रम सांस्कृतिक समझ और टीम भावना को बढ़ावा देते हैं और कॉलेज जीवन को और अधिक यादगार बनाते हैं।
स्पीक मैके की ओर से कार्यक्रम के आयोजक ने बताया कि जलसा- द गरबा नाइट हर साल की परंपरा बनती जा रही है और इसका उद्देश्य सिर्फ़ मनोरंजन नहीं बल्कि सामाजिक एकता, सहिष्णुता और छात्र-शिक्षक सहयोग को बढ़ावा देना है।
इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि समाज में समावेशिता और सामुदायिक भावना फैलाने का भी महत्वपूर्ण मंच बन सकते हैं।





