शाहिद कपूर की फ़िल्म फर्जी जैसी सच्ची कहानी, इटावा में नकली नोट गिरोह का पर्दाफाश

उत्तर प्रदेश के इटावा में पुलिस ने नकली नोट चलाने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया। उनके पास 30,000 रुपए से अधिक के नकली नोट, एक अवैध तमंचा, कारतूस और स्विफ्ट कार बरामद हुई। गिरोह का सरगना अभी फरार है, जो शाहिद कपूर की फ़िल्म जैसी कहानी को सच साबित करता है।

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शाहिद कपूर की फ़िल्म जैसी सच्ची कहानी, इटावा पुलिस ने नकली नोट चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया, बरामद हुए लाखों रुपए के नकली नोट और हथियार।

उत्तर प्रदेश: बॉलीवुड स्टार शाहिद कपूर की फर्जी नोट वाली फिल्म याद है, जिसमें सनी नाम का किरदार आर्थिक तंगी में फर्जी नोट छापकर सिस्टम को चकमा देता है? उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में अब इसी तरह की कहानी हकीकत में सामने आई है।

पुलिस ने इटावा जिले में नकली नोट चलाने वाले एक गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान उनके पास 30,200 रुपये के नकली नोट, एक अवैध तमंचा, तीन कारतूस, एक एंड्रॉइड फोन और स्विफ्ट कार बरामद हुई।

पुलिस अधिकारी बृजेश कुमार शास्त्र ने बताया कि गिरोह आगरा के बाहरी इलाके से नकली नोट लाता था। गिरोह का मुख्य आरोपी योगेश बरुआ है, जिसके पास एक हाई-टेक फोटो-कॉपी मशीन थी। योगेश नकली नोट छापता और 20,000 रुपये के असली नोट के बदले 50,000 रुपये के नकली नोट चकमा देकर बदल देता था।

गिरोह की योजना गाँव के भोले-भाले दुकानदारों को निशाना बनाकर नकली नोट थमाने की थी। दुकानदारों को समझ नहीं आता था कि उनके साथ क्या हुआ। हालांकि गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन सरगना योगेश बरुआ फिलहाल फरार है। वह पहले भी संबल जिले में नकली मुद्रा के मामले में जेल जा चुका है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

यह मामला शाहिद कपूर की फ़िल्म की कहानी को हकीकत में जीवंत कर देता है, जहाँ फर्जी नोट और चालाकी की दुनिया फिल्मी अंदाज़ में सच्चाई बनकर सामने आई।

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