जमशेदपुर : भाजमो जमशेदपुर महानगर की बैठक विधायक सरयू राय की मौजूदगी में उनके बिष्टुपुर स्थित आवासीय कार्यालय में हुई। बैठक में रामनवमी का विसर्जन जुलूस विधिवत नहीं निकलने को भाजमो ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। भाजमो के जिला पदाधिकारियों ने कहा कि भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव पर रामभक्त तो हजारों की संख्या में सड़क पर उतरे, लेकिन रामनवमी झंडा नहीं निकलने से लोगों का उत्साह फीका पड़ गया। कहा कि प्रशासन की जो मंशा थी, उसमें वे पूरी तरह से कामयाब हुए और अंततः रात 8 बजे के बाद निर्णय होने के कारण कोई जुलूस डीजे ट्रेलर के साथ नहीं निकल पाया।
बैठक में कहा गया कि प्रशासन के साथ जो समझौता बैठक हुई वह दिन में भी हो सकती थी। आनन-फानन में निर्णय लेकर पूरे जमशेदपुर के सभी अखाड़ा समितियों पर थोप दिया गया। प्रशासन की जिस बैठक में निर्णय लिया गया, उसमें किसी भी अखाड़ा समिति का प्रतिनिधित्व नहीं था। अंतिम फैसला लेते वक्त अखाड़ा समितियों को विश्वास में भी नहीं लिया गया। बैठक में कहा गया कि निहित स्वार्थ से प्रेरित कुछ नेताओं ने अखाड़ा समितियों को मोहरा बनाकर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने का कुंठित प्रयास किया और इन सब में प्रशासन ने बड़ी ही चालाकी से अपने एजेंडा को सफल कर लिया।
शहर में हो रही चर्चा के आधार पर यह बात भी उठी कि रामनवमी का जुलूस रमजान, जुम्मा और तरावीह की भेंट चढ़ गया। कहा गया कि पिछले दिनों रामनवमी को लेकर एसएसपी के साथ हुई बैठक में शामिल केंद्रीय शांति समिति और केंद्रीय अखाड़ा समिति में जो लोग शामिल थे, वे वही लोग हैं, जो कल प्रशासन के साथ समझौते को लेकर हुई बैठक में भी शामिल थे। ऐसे लोगों का दोहरा चरित्र है, जिसको जमशेदपुर की जनता ने पहचान लिया है और ऐसे लोगों को जनता कभी माफ नहीं करेगी।
बैठक में भाजमो जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव, अजय सिन्हा, मुकुल मिश्रा, मंजू सिंह, कुलविंदर सिंह पन्नु, मनोज सिंह उज्जैन, चंद्रशेखर राव, भास्कर मुखी, राजेश कुमार, धर्मेंद्र प्रसाद, सुधीर सिंह, आकाश शाह, विजय नारायण सिंह, कैलाश झा, वरूण सिंह, विनोद यादव, विनोद राय, जय प्रकाश सिंह, दुर्गा राव सहित अन्य उपस्थित थे।