झारखंड की सत्तारूढ़ हेमंत सोरेन नित सरकार के खिलाफ़ सचिवालय घेराव करने पहुंचें बड़ी संख्या में भाजपा नेताओं, कार्यकर्ता और समर्थकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे भगदड़ मच गई। सैकड़ों भाजपाईयों को चोटें आई हैं। इस प्रकरण पर मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने हेमंत सरकार को एकबार फ़िर से निशाने पर लिया और लाठीचार्ज की निंदा किया। जमशेदपुर महानगर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने इस अत्याचार को तानाशाही बताते हुए कहा की हेमंत सोरेन नित सरकार के इशारे पर इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई ने जनरल डायर की याद दिला दी। सरकार ने भाजपा को रोकने के लिए हर हथकंडे अपनाये लेकिन जनाक्रोश के आगे एक न चली। बस और वाहन मालिकों को डराने के लिए थाना स्तर के पुलिस को सक्रिय किया गया था।
प्रदर्शन से पूर्व संध्या पर निषेधाज्ञा का ऐलान करना और विभिन्न जिलों के मुख्य हाईवे पर बैरिकेडिंग कर जगह जगह भाजपाईयों के काफ़िले को रोकना सरकार के डर को दर्शाता है। भाजपा की सक्रियता और जनाक्रोश से हेमंत सरकार इतनी घबरा गई है की बेचैनी में कार्यकर्ताओं पर आँसू गैस छोड़े गये और लाठियां बरसाई गई। भाजपा नेता दिनेश कुमार ने कहा की प्रदर्शनकारियों का खून बहाना और दमन करना हेमंत सरकार की आदत बन चुकी है। सरकार पहले जानबूझकर टकराव के हालात पैदा करती है, फ़िर अलोकतांत्रिक, अमानवीय, तानाशाही और क्रूर तरीके से कभी वाटर कैनन तो कभी आँसू गैस और लाठी डंडों से हमला कर देती है। भाजपा के आंदोलन और जनाक्रोश ने हेमंत सरकार को बेचैन कर दिया है। आगामी दिनों में राज्य में सत्ता परिवर्तन तय है।