जमशेदपुर: उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी विजया जाधव ने आपूर्ति विभाग की समीक्षा बैठक में खाद्यान्न के उठाव एवं वितरण की स्थिति पर सख्त नाराजगी जाहिर कीई। उन्होंने कहा कि गरीबों का अनाज आपके हाथ में है, सभी जिम्मेदार पदाधिकारी अपनी जवाबदेही को समझते हुए जिम्मेदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। जिला उपायुक्त द्वारा खाद्यान्न के उठाव एवं वितरण की स्थिति पर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए पोटका, डुमरिया एवं मुसाबनी के सहायक गोदाम प्रबंधक से खाद्यान्न की प्राप्ति एवं वितरण के संबंध में जानकारी ली, जिसपर संतोषजनक जवाब नहीं दिये जाने पर सभी सहायक गोदाम प्रबंधकों को फरवरी एवं मार्च माह के खाद्यान्न की प्राप्ति एवं वितरण से संबंधित प्रतिवेदन तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। फरवरी 2022 में NFSA एवं PMGKAY योजना के खाद्यान्न वितरण की स्थिति पर भी उन्होंने अप्रसन्नता जाहिर की। सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी एवं पणन पदाधिकारियों को फरवरी 2022 के विरूद्ध खाद्यान्न का वितरण 17 मार्च के पूर्व शत-प्रतिशत कराने एवं मार्च 2022 का उठाव के अनुपात में वितरण भी पूर्ण करने का निर्देश दिया।
उपायुक्त द्वारा ग्रीन राशन कार्ड के लाभुकों द्वारा कम खाद्यान्न उठाव के संबंध में सभी जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं के माध्यम से लाभुकों को खाद्यान्न उठाव हेतु सूचना पहुंचाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही मुख्यमंत्री दाल-भात योजना को लेकर सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी एवं पणन पदाधिकारियों को फरवरी 2022 में दाल-भात केन्द्रों का किये गये औचक निरीक्षण प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी एवं पणन पदाधिकारियों को प्रतिमाह कम से कम दो बार दाल-भात केन्द्रों की जांच करने का निर्देश दिया गया। जांच के क्रम में केन्दों की साफ-सफाई, मूल्य निर्धारण का बोर्ड तथा ग्राहकों से भी भोजन की गुणवत्ता का फीडबैक लेने का भी निर्देश दिया गया। इसके अतिरिक्त CMSUPPORTS योजनान्तर्गत पेट्रोल सब्सिडी, पी.वी.टी.जी डाकिया योजना, सोना-सोबरन धोती-साड़ी योजना एवं पी.जी.एम.एस के अन्तर्गत प्राप्त शिकायतों की भी समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में उप विकास आयुक्त प्रदीप प्रसाद, निदेशक डीआरडीए सौरभ सिन्हा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी-सह-विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी-सह-जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम राजीव रंजन, अनुभाजन क्षेत्र के पणन पदाधिकारी समाहरणालय से, तथा प्रखंड के अन्य संबंधित पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।