Ganesh Puja : जमशेदपुर बनेगा गणेश भक्ति का संगम

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जमशेदपुर : शहर इस बार गणेशोत्सव की रंगत में पूरी तरह रंगने जा रहा है। कदमा गणेश पूजा मैदान से लेकर हिन्दू पीठ और साईं परिवार विश्व सेवा संस्थान तक हर जगह भक्ति, उल्लास और सांस्कृतिक उत्सव की गूंज सुनाई देगी।

कदमा गणेश पूजा मैदान में 107वां महोत्सव

  • 26 अगस्त से 14 सितंबर तक कदमा गणेश पूजा मैदान में 107वां श्री गणपति महोत्सव आयोजित होगा। श्री बाल गणपति विलास समिति द्वारा आयोजित इस महोत्सव में शहरवासी भक्ति और उत्साह के साथ शामिल होंगे।
  • 26 अगस्त की शाम संगीतमय भजन-संध्या से शुभारंभ।
  • 27 अगस्त को कलश स्थापना, प्राण-प्रतिष्ठा, अभिषेक एवं पूजन।
  • प्रतिदिन सुबह और शाम गणेश पूजन, हवन, आरती और प्रसाद वितरण।
  • 14 सितंबर को प्रतिमा का पूर्णाहुति, नगर परिक्रमा और भव्य भंडारा।
  • साथ ही, मेले में बिजली झूला, गृह-सज्जा व धार्मिक वस्तुओं की दुकानें और स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल आकर्षण रहेंगे। सुरक्षा हेतु सीसीटीवी, पुलिस बल और स्वयंसेवक तैनात रहेंगे।

हिन्दू पीठ में तीन दिवसीय गणपति महोत्सव

27 से 29 अगस्त तक हिन्दू पीठ जमशेदपुर में तीन दिवसीय गणपति महोत्सव का आयोजन होगा। पहले दिन सुबह विशेष पूजा, संध्या आरती और मंचीय कार्यक्रम। दूसरे दिन कार्यक्रम पूरी तरह महिलाओं को समर्पित रहेगा। तीसरे दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विहिप, भूतपूर्व सैनिक परिषद, विद्यार्थी परिषद और संस्कार भारती समेत कई संगठन शामिल होंगे। अध्यक्ष अरुण सिंह ने बताया कि आयोजन की जिम्मेदारी महासचिव दिलजय बोस और सुरक्षा प्रमुख सोमनाथ सिंह को सौंपी गई है।

श्री गजानन उत्सव, टेल्को

साईं परिवार विश्व सेवा संस्थान के तत्वावधान में 27 अगस्त को श्री गजानन उत्सव का आयोजन टेल्को के घोड़ाबांधा स्थित श्री साईनाथ देवस्थानम में होगा। सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक श्री गणेश चतुर्थी पूजन और हवन, शाम 7 बजे गणपति वंदना और भव्य आरती। सभी अनुष्ठान मंदिर के पुरोहितों द्वारा कराए जाएंगे। भक्तों के लिए संकल्प पूजन हेतु विशेष काउंटर की व्यवस्था की गई है। प्रचार-प्रसार और जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से भक्तजनों तक पहुंचाई जा रही है।

इस बार कब है गणेश चतुर्थी?

हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि 26 अगस्त दोपहर 01:54 बजे से 27 अगस्त दोपहर 03:44 बजे तक रहेगी। इस बार गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त 2025 (बुधवार) को मनाया जाएगा। गणपति स्थापना के लिए मध्याह्न काल सबसे उत्तम माना गया है।

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