जमशेदपुर : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के अश्लील वीडियो के मामले में अब जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने मंत्री पर सीधा हमला बोल दिया है. उन्होंने पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक को एक पत्र लिखकर इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच और महिला को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है.
सरयू राय ने अपने पत्र में लिखा है कि यह वीडियो अभी 21 सेकेंड का ही है जो की मूल विडियो का अंश है जबकि यह वीडियो 3 मिनट से भी अधिक का है. इस कारण इस वीडियो की जांच की जानी चाहिए. मंत्री बन्ना गुप्ता और लड़की का मोबाइल जब्त कर जांच की जानी चाहिए. क्योंकि ये स्क्रीन रिकॉर्डिंग है मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा वरीय पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र पर भी श्री राय ने सवाल उठाते हुए कहा है की यह पत्र कहीं से भी अधिकारिक नहीं लगता है क्योंकि न तो इसमें पत्रांक है और न ही ये मंत्री जी के लैटर पेड पर लिखा गया है. उन्होंने पत्र में मांग की है की साईबर एक्ट के प्रावधानों के अनुरूप पुलिस को इस मामले में स्वतः संज्ञान लेकर प्राथमिकी दर्ज किया जाना श्रेष्यकर होगा। उन्होंने अनुरोध किया है कि जमशेदपुर पुलिस इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री, बन्ना गुप्ता को मुख्य अभियुक्त बनाकर एफआईआर दर्ज करे। उनसे पूछताछ करे कि जिस महिला से उन्होंने अश्लील प्रेमालाप किया है, वह महिला कौन है? इस महिला के साथ उन्होंने ऐसा वार्तालाप पहली बार किया है अथवा इसके पहले भी किया है। साथ ही इस महिला के साथ उनकी अंतरंगता किस हद तक है? पुलिस बन्ना गुप्ता से वह मोबाईल यंत्र भी बरामद करे जिससे उन्होंने प्रासंगिक अश्लील वार्तालाप किया है। इससे प्रासंगिक महिला का पता लगाया जा सकता है। पुलिस इस महिला का शीघ्र पता लगाये और उससे भी इसी तरह की पूछताछ करे। उसका वह मोबाईल भी पुलिस जब्त करे जिससे स्क्रीन रिकार्डिंग की गयी है। मंत्री जी और महिला के मोबाईल फोन यंत्रों की फारेंसिक जाँच भी पुलिस कराये। उन्होंने आगे लिखा है कि संदर्भित महिला की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी पुलिस पर है। पुलिस महिला का शीघ्र पता लगाये और उसकी सुरक्षा का समुचित प्रबंध करें। इस संभवना से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि इस महिला के जानमाल पर इस प्रकरण में खतरा पैदा हो सकता है। साथ ही इस प्रकरण की जांच इडी से भी करवाई जानी चाहिए क्योंकि ऐसे मामले में भारी रकम का लेनदेन भी होता है. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर मुख्य अभियुक्त उन्होंने आशा व्यक्त की है की बन्ना गुप्ता और संदर्भित महिला से पुलिस गहन पूछताछ करेंगी और दोनों के मोबाईल फोन का नियमानुसार जाँच कर इस कांड का अनुसंधान शीघ्र पूरा करेगी। यदि यह लगता है कि यह मामला एक मंत्री के विरूद्ध अपराधिक अनुसंधान का है और इस मामले में स्थानीय पुलिस दबाव में आ सकती है तो इसकी जाँच और अनुसंधान किसी वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारी की देखरेख में कराने के लिए विधि के प्रावधानों के अनुरूप कार्रवाई का अनुरोध किया गया है.