K. Durga Rao
कांड्रा : सरायकेला-खरसावां जिला के कांड्रा के डुमरा पंचायत स्थित आशा सेंटर में रविवार को बच्चों के लिए कंप्यूटर ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में आईपीएस अधिकारी राकेश बंसल के पुत्र अर्श बंसल ने बच्चों को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी दी।
अर्श बंसल की पहल
अर्श बंसल ने बताया कि जब उनके पिता राकेश बंसल सरायकेला के पुलिस अधीक्षक थे, तब उन्होंने आशा सेंटर में रह रहे अनाथ बच्चों के लिए समर कैंप का आयोजन किया था। उस वक्त अर्श बंसल महज दूसरी कक्षा का छात्र था। अब वह बाहर पढ़ाई कर रहा है, लेकिन उसके जेहन में बचपन की यादें और इन अनाथ बच्चों का दर्द आज भी जिंदा है।
कंप्यूटर ट्रेनिंग कार्यक्रम
कार्यक्रम में अर्श बंसल ने बच्चों को कंप्यूटर की बेसिक जानकारी दी और उन्हें भविष्य में पुनः आने का वादा किया। इस दौरान बच्चों ने भी अपनी प्रतिभा दिखाई और साबित किया कि यदि उन्हें मौका मिले तो वे भी सामान्य बच्चों से बेहतर कर सकते हैं।
अर्श बंसल की प्रतिभा
अर्श बंसल एक प्रतिभाशाली छात्र है, जो डायन प्रताड़ना जैसी कुप्रथा पर डॉक्युमेंट्री बना रहा है। इसके अलावा, उसने बच्चों के पढ़ाई पर आधारित कई सॉफ्टवेयर डेवलप किए हैं, जो इन दिनों बच्चों में बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं।
पुरस्कार का हुआ वितरण
कार्यक्रम के अंत में बच्चों के बीच पारितोषिक का वितरण किया गया। इस अवसर पर आईपीएस अधिकारी राकेश बंसल की धर्मपत्नी मेघना बंसल और आशा के सचिव अजय कुमार भी मौजूद रहे।






