रांची : झारखंड सरकार ने राज्य में शराब की खुदरा दुकानों के संचालन को लेकर एक नई व्यवस्था लागू करने की घोषणा की है। जब तक नई शराब बिक्री नीति पूरी तरह से प्रभावी नहीं हो जाती, तब तक सभी शराब दुकानों का संचालन गृह रक्षकों (Home Guards) की निगरानी में किया जाएगा। यह कदम नियंत्रण, पारदर्शिता और राजस्व संरक्षण के उद्देश्य से उठाया गया है।
100 दुकानें मंगलवार से फिर खुलेंगी, शुक्रवार तक सभी खोलने का लक्ष्य
उत्पाद विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, राज्य में अब तक लगभग 70 प्रतिशत दुकानों में हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मंगलवार से लगभग 100 शराब की खुदरा दुकानें दोबारा खुलने जा रही हैं, जबकि शुक्रवार तक सभी दुकानों को खोलने का लक्ष्य रखा गया है।
16 अगस्त से दोबारा निजी हाथों में होगी शराब की बिक्री
राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि आगामी 16 अगस्त 2025 से झारखंड में शराब की खुदरा बिक्री को फिर से निजी एजेंसियों के माध्यम से संचालित किया जाएगा। इस बीच सरकार पारदर्शिता और नियंत्रण को प्राथमिकता देते हुए गृह रक्षकों की निगरानी में संचालन जारी रखेगी।
रांची जिले में 367 गृह रक्षकों की जरूरत
उत्पाद विभाग के पत्र के आधार पर रांची जिला प्रशासन ने गृह रक्षा वाहिनी को पत्र भेजकर 367 गृह रक्षकों की तैनाती का अनुरोध किया है। जिले में कुल 166 शराब दुकानों पर इनकी निगरानी सुनिश्चित की जा रही है:
- देसी शराब की 41 दुकानें – 41 गृह रक्षक
- विदेशी शराब की 76 दुकानें – 228 गृह रक्षक
- कंपोजिट शराब की 49 दुकानें – 98 गृह रक्षक
नई व्यवस्था से क्या होंगे फायदे?
झारखंड सरकार का कहना है कि इस नई प्रणाली से न सिर्फ राजस्व हानि की भरपाई होगी, बल्कि शराब बिक्री में पारदर्शिता और व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा सकेगी। गृह रक्षकों की निगरानी से कानून-व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी और अवैध गतिविधियों पर रोक लगेगी।
सरकार की नीति जारी रहेगी
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि नई शराब नीति के तहत सुधार की प्रक्रिया जारी रहेगी और आगे भी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।






