जमशेदपुर
झारखंड में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर आज से विभिन्न जिलों में पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन भी शुरू हो गया है। चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है, लेकिन राज्य में शिक्षकों को दिए गए टैब के जरिए आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। लगातार शिकायत के बावजूद झारखंड सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है और यह स्थिति आज भी कायम है।
झारखंड सरकार द्वारा सरकारी विद्यालयों हाजिरी बनाने के लिए टैब दिया गया है। उस टैब को खोलते ही पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा डिजिटल क्रांति को लेकर संदेश का प्रसारण होन लगता है। इसे पंचायत चुनाव के परिप्रेक्ष्य में आदर्श आचार संहित का उल्लंघन बताया जा रहा है।
अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के वरीय शिक्षक नेता सुनील कुमार ने कहा है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे झारखंड में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इसके बावजूद राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों को हाजिरी बनाने हेतु उपलब्ध कराए गए बायोमेट्रिक टैब को खोलते ही पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा डिजिटल क्रांति के संबंध में दिए जा रहे संदेश का वीडियो देखा और सुना जा सकता है। यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता के अनुपालन हेतु सरकार को इसपर त्वरित संज्ञान लेते हुए शिक्षकों द्वारा बायोमेट्रिक टैब से हाजिरी बनाए जाने पर तत्काल रोक लगाए जाने की आवश्यकता है।
ज्ञात हो कि शिक्षकों के बायोमैट्रिक अटेंडेंस हेतु पिछली सरकार द्वारा सभी विद्यालयों को बायोमेट्रिक टैब मुहैया कराया गया है। जिसे खोलते ही पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का वीडियो संदेश सुनाई एवं दिखाई पड़ता है। वर्तमान नई सरकार के गठन के उपरांत शिक्षक संघ द्वारा इस मामले को सरकार के संज्ञान में लाया गया था। परंतु वर्तमान सरकार के 2 साल का कार्यकाल पूरा होने के बावजूद अब तक टैब से उक्त संदेश को हटाया नहीं जा सका है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री का उक्त वीडियो संदेश बायोमेट्रिक टैब में इनबिल्ट है जिसे तकनीकी रूप से पूरी तरह हटाया नहीं जा सकता। इसका एकमात्र विकल्प उक्त टैब को हटाकर विद्यालय को नए टैब उपलब्ध कराना ही हो सकता है। शिक्षक नेता सुनील कुमार ने इस संबंध में शिक्षा विभाग सहित सरकार से त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल उक्त टैब से बायोमेट्रिक हाजिरी पर रोक लगाने या उक्त टैब के स्थान पर नया टैब उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है ताकि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन न हो।