जमशेदपुर में शौर्य संस्था की तीसरी वर्षगांठ शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की जयंती के अवसर पर एक भव्य आयोजन के रूप में संपन्न हुई। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास और सांसद बिद्युत बारन महतो मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों, पूर्व सैनिकों और स्थानीय युवा प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया, जिससे आयोजन का स्वरूप और भी गरिमामय हो गया।
रघुबर दास ने अपने संबोधन में कहा कि भगत सिंह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन महानायकों में से एक थे जिन्होंने कम उम्र में ही देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका जीवन और उनकी विचारधारा आज के युवाओं के लिए स्थायी प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि देश की प्रगति और समाज के उत्थान में युवाओं की भूमिका सबसे अहम है, और यदि युवा वर्ग सेवा भाव और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़े तो भारत को वैश्विक स्तर पर एक आदर्श राष्ट्र के रूप में स्थापित किया जा सकता है।

उन्होंने विशेष रूप से नशा मुक्ति पर बल देते हुए युवाओं से अपील की कि वे इस सामाजिक बुराई के खिलाफ संगठित होकर कार्य करें। उनका कहना था कि नशामुक्त समाज ही एक सशक्त और जागरूक समाज का आधार बन सकता है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि राष्ट्र निर्माण केवल सरकार या संस्थाओं की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है, और युवाओं को इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभानी होगी।
इस अवसर पर सांसद बिद्युत बारन महतो ने भी अपने विचार रखते हुए युवाओं को भगत सिंह जैसे क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेकर समाज और राष्ट्र के हित में योगदान देने का आह्वान किया। कार्यक्रम का सफल संचालन शौर्य संस्था द्वारा किया गया, जिसके संस्थापक अमरजीत सिंह राजा को इस आयोजन के लिए सराहना मिली। बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, छात्र-छात्राएँ और पूर्व सैनिक इस मौके पर मौजूद रहे, जिन्होंने पूरे आयोजन को देशभक्ति और समरसता के भाव से परिपूर्ण बना दिया।





