जमशेदपुर: राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में कथित तौर पर खतरनाक कफ सीरप पीने से बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग और ड्रग कंट्रोल टीम देशभर में सक्रिय हो गई है। इसी क्रम में जमशेदपुर में भी दवा दुकानों पर सख्त जांच अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार को ड्रग इंस्पेक्टर अबरार आलम और सोनी बारा के नेतृत्व में टीम ने जुगसलाई क्षेत्र की कई दवा दुकानों की जांच की। इस दौरान एक दुकान से रेस्पिफ्रेश टीआर नामक कफ सीरप बरामद हुआ, जिसे मौत के मामलों से जुड़ी दवा के रूप में चिह्नित किया गया है।
ड्रग इंस्पेक्टर अबरार आलम ने जानकारी दी कि रेस्पिफ्रेश टीआर की डिस्ट्रीब्यूटिंग कंपनी और निर्माता कंपनी दोनों ही संदिग्ध लिस्ट से मैच कर रही हैं। प्रारंभिक जांच के दौरान दुकान से तीन सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें फोरेंसिक जांच और लैब टेस्ट के लिए भेजा जाएगा।
उन्होंने साफ निर्देश दिया है कि जिन दवा दुकानों में यह कफ सीरप उपलब्ध है, वे तत्काल इसकी बिक्री बंद करें। साथ ही आम लोगों से भी अपील की गई है कि वे इस दवा का सेवन न करें और यदि घर में यह दवा मौजूद हो तो उसे तुरंत अलग कर दें।
गौरतलब है कि रेस्पिफ्रेश टीआर का निर्माण गुजरात की रेडनेक्स फार्मास्यूटिकल्स कंपनी द्वारा किया जाता है। इसी कंपनी की दवाओं को लेकर राजस्थान और अन्य राज्यों में बच्चों की मौत की घटनाएँ सामने आई थीं, जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी पूरे देश में अलर्ट जारी किया था।
लोगों में बढ़ी चिंता
जमशेदपुर में दवा दुकानों पर इस दवा के मिलने के बाद लोगों में चिंता का माहौल है। अभिभावकों का कहना है कि सरकार को ऐसे मामलों में और सख्ती करनी चाहिए, ताकि बच्चों की जान जोखिम में न पड़े।
ड्रग विभाग की अपील
ड्रग विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह जांच तब तक जारी रहेगी जब तक शहर की सभी दुकानों से रेस्पिफ्रेश टीआर और इससे जुड़ी अन्य संदिग्ध दवाओं को हटा नहीं दिया जाता। साथ ही सभी डॉक्टरों और मेडिकल प्रैक्टिशनर्स को भी चेताया गया है कि वे मरीजों को यह दवा न लिखें।





