- “हेमंत सरकार में किसी के साथ अन्याय नहीं होगा” : हिदायतुल्लाह खान
रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़ जिले में आफताब अंसारी की संदिग्ध मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। झारखंड अल्पसंख्यक आयोग की 6 सदस्यीय टीम शनिवार को रामगढ़ पहुंची और मृतक के परिजनों से मुलाकात की। आयोग के अध्यक्ष हाजी हिदायतुल्लाह खान ने परिजनों को सांत्वना देते हुए न्याय का भरोसा दिलाया।
आयोग ने गांव और पीड़ित परिवार से की सीधी बातचीत
आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान, उपाध्यक्ष शमशेर आलम, सदस्य कारी बरकत अली व इकरारुल हसन ने गांव का दौरा कर स्थानीय लोगों और मृतक के परिजनों से विस्तार से बातचीत की। उन्होंने सर्किट हाउस में डीसी और एसपी से मुलाकात कर मामले की प्रगति की जानकारी ली।
पुलिस थाने की भूमिका पर उठे सवाल
अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने कहा कि थाना प्रभारी इंस्पेक्टर पी. के. सिंह की भूमिका संदिग्ध है। पहले उन्होंने कहा था कि आफताब को छोड़ दिया गया है, बाद में एसपी को बताया कि वह फरार हो गया। वायरल वीडियो को लेकर भी संदेह जताया गया जिसे “फिल्मी स्टाइल” में बताया जा रहा है।
कैसे हुई आफताब की मौत?
23 जुलाई को यौन उत्पीड़न के आरोप में एफआईआर दर्ज होने के बाद आफताब को दुकान से कुछ लोगों ने जबरन उठा लिया। गवाहों के अनुसार, ये लोग खुद को “हिंदू टाइगर फोर्स” के सदस्य बता रहे थे। दुकान की मालकिन और अन्य गवाहों का कहना है कि आफताब को धार्मिक गालियाँ दी गईं और बेरहमी से पीटा गया। बाद में पुलिस उसे अपनी हिरासत में ले गई, लेकिन ना कोर्ट में पेशी हुई, ना थाने में कोई एंट्री। दो दिन बाद 26 जुलाई को उसका शव दामोदर नदी किनारे मिला।
मॉब लिंचिंग की आशंका, विरोध में उतरे लोग
इस घटना के बाद रामगढ़ में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ। स्थानीय लोगों ने इसे धार्मिक विद्वेष से प्रेरित मॉब लिंचिंग करार देते हुए न्यायिक जांच की मांग की। पुलिस ने हिंदू टाइगर फोर्स के सदस्य राजेश सिन्हा को गिरफ्तार किया है, जिसने व्हाट्सएप पर भड़काऊ पोस्ट किए थे।
आयोग ने दिया न्याय का भरोसा
हाजी हिदायतुल्लाह खान ने स्पष्ट किया कि हेमंत सोरेन सरकार में किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और इस मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी।






