जमशेदपुर
उत्तर प्रदेश, पंजाब, मणिपुर, गोवा और पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने और मतगणना के बाद तस्वीर साफ होने के बाद पूरे देश में राजनीतिक माहौल गर्म है और अब आज राजनीतिक मामलों के लिहाज से झारखंड का राजनीतिक माहौल भी गर्म हो गया है। इसका कारण यह है कि राज्य के कुछ छोटे और क्षेत्रीय राजनीतिक दल के नेताओं ने मिलकर एक तीसरा मोर्चा (Third Front) तैयार कर लिया है। इस तीसरे मोर्चे के गठन से आने वाले दिनों में झारखंड की राजनीति के गरमाने के आसार नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि आजसू पार्टी के नेतृत्व में इस तीसरे मोर्चे (Teesra Morcha) का गठन किया गया है।
नवगठित तीसरे मोर्चे का नाम झारखंड लोकतांत्रिक मोर्चा (Jharkhand Loktantrik Morcha) रखा गया है। इसमें आजसू, और एनसीपी के साथ ही दो निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं। तीसरे मोर्चा में आजसू से सुदेश महतो और लंबोदर महतो के अलावा एनसीपी (NCP) से कमलेश सिंह और निर्दलीय विधायक सरयू राय और अमित यादव शामिल हैं।
इस तीसरे मोर्चे का सचेतक अमित कुमार यादव को बनाया गया है। अब मोर्चा झारखंड विधानसभा स्पीकर से विधानसभा में एक साथ बैठने की व्यवस्था करने की मांग करेगा। इसे लेकर सोमवार को मोर्चा के नेता स्पीकर से मुलाकात करेंगे।
भले ही तीसरा मोर्चा का गठन हो गया है, लेकिन अभी एक साथ चुनाव लड़ने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। हालांकि मोर्चा के नेतृत्व की कमान सुदेश महतो के हाथ में दी गई है। फिलहाल मोर्चा राज्यहित और जनहित में काम करेगा और एक साथ मिलकर सरकार पर दबाव बनाने का काम करेगा।
जमशेदपुर पूर्वी से विधायक सरयू राय ने पिछले विस चुनाव में भाजपा को छोड़ अपनी ही पार्टी के सीटिंग सीएम रघुवर दास को उनके ही विस क्षेत्र में हराया था। इसके बाद से झारखंड की राजनीति में उनका कद बढ़ गया है। वहीं सुदेश महतो की बात करें तो सुदेश महतो भाजपा के साथ हैं और अब उन्होंने तीसरे मोर्चे का गठन कर लिया है। ऐसे में उनके अगले कदम पर सभी की नजर है।