Mohit Kumar
दुमका : भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के दुमका शाखा द्वारा आयुष्मान भवः पखवाड़ा के तहत सोमवार को महात्मा गांधी जयंती पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस रक्तदान शिविर में रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव डॉ अमरेंद्र कुमार यादव, वाइस चेयरमैन डॉ राजकुमार उपाध्याय, आजीवन सदस्य रूपम किशोर सिंह बंटी के अलावा कई अन्य युवाओं ने भी रक्तदान किया।
सोसाइटी द्वारा इस वर्ष लगाया गया यह दूसरा रक्तदान शिविर है। इससे पूर्व भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के स्थापना दिवस और थैलेसीमीया दिवस पर 8 मई को रक्तदान शिविर लगाया गया था। रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव डॉ अमरेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि आयुष्मान भवः के तहत यह रक्तदान शिविर लगाया गया था। दुमका में मेडिकल कॉलेज के खुल जाने के कारण पहले की अपेक्षा यहां अधिक संख्या में ऑपरेशन हो रहे हैं। सड़क दुर्घटनाएं भी लगातार हो रही है। इसके अलावा दुमका ब्लड बैंक से 50 से अधिक थैलेसीमिया मरीज जुड़े हुए हैं, जिन्हें हर माह करीब 70 यूनिट ब्लड बिना रिप्लेसमेंट के देना होता है। इस तरह से हर माह करीब 125 यूनिट रक्त की आवश्यकता है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी रक्तदान शिविर लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
वाइस चेयरमैन डॉ राज कुमार उपाध्याय ने बताया कि रेड क्रॉस सोसाइटी रक्तदान के अलावा रक्तदान के लिए संवेदनशीलता कार्यक्रमों का भी लगातार आयोजन कर रही है। सोसाइटी विभिन्न संगठनों को भी रक्तदान शिविर लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी के लिए रक्तदान करने के बजाय लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए ताकि ब्लड बैंक में चारों प्रमुख रक्त ग्रुपों की उपलब्धता बनी रहे और किसी को रक्त के लिए भटकना नहीं पड़े। संयुक्त सचिव मनोज कुमार घोष ने कहा कि थैलेसीमिया के अलावा डायलिसिस, एनेमिया, ऑपरेशन के मरीजों और प्रसव के दौरान भी रक्त की जरूरत पड़ती है। 18 से 65 आयुवर्ग के सभी लोगों को तीन माह के अंतराल पर रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने दुमका वासियों से ज्यादा से ज्यादा लोग रक्तदान करने की अपील की। मौके पर एसीएमओ डॉक्टर आनंद मोहन सोरेन, दुमका ब्लड बैंक के प्रभारी डाक्टर कुणाल पांडेय, रेड क्रॉस सोसाइटी के कार्यकारिणी सदस्य बुधन मरांडी, आजीवन सदस्य अश्विनी मिश्रा, विक्रमादित्य पांडेय, ब्लड बैंक प्रभारी आदि उपस्थित थे।