वैसे तो आपने कई मंदिर देखे होंगे. कुछ नए, कुछ पुराने तो कुछ काफी भव्य। भारत में हर देवी-देवता के मंदिर हैं। कई ऐसे मंदिर भी हैं, जिनके बारे में आपने शायद सुना भी नहीं होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में देवी-देवताओं के अलावा जानवरों के भी मंदिर (Animal Temple) हैं। अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे। हमारे देश में कुत्ते (Dog temple) और बंदर (Monkey Temple) से लेकर घोड़ा (horse Temple), भालू (Beer Temple) और सांप (Snake Temple) तक के मंदिर हैं और यहां लोग पूजा करने के साथ ही अपनी मन्नत पूरी करने के लिए आते हैं। तो चलिए हम आपको इन मंदिरों के सफर पर ले चलते हैं…..
झारखंड स्थित घोड़ा मंदिर
झारखंड के जमशेदपुर के पास स्थित सरायकेला-खरसांवा जिले के गम्हरिया में घोड़ा मंदिर (Horse Temple) है। मंदिर में हर साल मकर संक्रांति के बाद मेला लगता है जिसे जात्रा कहा जाता है। यहां लोग पूजा करने आते हैं और बाहर बने दुकानों से घोड़े की मूर्ति खरीदकर मंदिर में चढ़ाते हैं। मंदिर में घोड़े की मूर्तियां बनी हुई हैं, जिनकी लोग पूजा करते हैं।
चन्नापटना स्थित डॉग टेंपल
कुत्तों (Dog) के बारे में कौन नहीं जानता। इन्हें सबसे वफादार जानवर माना जाता है और आज घरों में अलग-अलग नस्ल के कुत्तों के पालना भी स्टेटस सिम्बॉल बन गया है। लेकिन क्या आपको पता है कि देश में कुत्तों का एक मंदिर भी है। जी हां, चन्नापटना में कुत्तों का मंदिर (Dog Temple) है। इस मंदिर को स्थानीय लोगों ने बनवाया है। लोगों का मानना है कि ये कुत्ते उनके गांव की रक्षा करते हैं।
बेंगलुरु स्थित बैल मंदिर
गाय को हमारे देश में माता माना जाता है और उनकी पूजा की जाती है। हालांकि, देश के कुछ हिस्सों में बैल को भी पवित्र माना जाता है। इतना ही नहीं बेंगलुरू में बैलों का एक मंदिर (Bull Temple) भी है। मंदिर में नंदी की एक ग्रेनाइट की विशालकाय प्रतिमा स्थापित है। माना जाता है कि विश्व भारती नदी का उद्गम इस प्रतिमा के चरणों से होता है।
जयपुर स्थित बंदर मंदिर
बंदरों के आतंक से तो सभी परिचित होंगे, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि बंदरों का एक मंदिर (Monkey Temple) भी हो सकता है। अगर नहीं तो जान लीजिए कि राजस्थान की राजधानी जयपुर में बंदरों का एक मंदिर है। यहां स्थित गलताजी मंदिर को बंदर मंदिर के रुप में जाना जाता है। शाम के समयपर्यटक यहां घूमना पसंद करते हैं।
राजस्थान स्थित चूहा मंदिर
राजस्थान में चूहों का भी एक मंदिर है। राजस्थान स्थित करणी मंदिर को चूहों के मंदिर (Rat Temple) के रुप में जाना जाता है और यहां श्रद्धालु चूहों की पूजा करते हैं। मंदिर में करीब 20 हजार चूहों के घर हैं। खास बात यह है कि आज तक यहां चूहों से फैलने वाली कोई बीमारी नहीं हुई। स्थानीय लोगों का मानना है कि करणी माता की मृत्यु के बाद चूहे के रूप में उनका जन्म हुआ था।
केरल स्थित नाग मंदिर
मारे जेहन में सांपों का खयाल आते ही शरीर में एक सिहरन सी दौड़ जाती है। वैसे तो नागपंचमी पर सांपों की पूजा की जाती है, लेकिन क्या सांपों का मंदिर भी देश में है? जी हां, केरल के मन्नारसला श्री नागराज मंदिर में सांपों की पूजा (Snake Temple) की जाती है। यहां सांपों की लगभग 30 हजार मूर्तियां हैं। बच्चे के इच्छुक महिलाएं यहां आती हैं और मन्नत पूरी करने पर यहां सांप की एक प्रतिमा स्थापित करती हैं।
छत्तीसगढ़ स्थित भालू मंदिर
छत्तीसगढ़ के मलकानगिरी वन प्रभाग के पास स्थित चंडी माता मंदिर को भालू मंदिर के तौर पर जाना जाता है। छत्तीसगढ़ के महासमुंद में आरती के वक्त मंदिर में भालू आते हैं। वे पूजारी से प्रसाद खाने के बाद 9 बार परिक्रमा कर लौट जाते हैं। अब तक इन भालूओं ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया।