Cafe Regal: जमशेदपुर के बिस्टुपुर इलाके में स्थित कैफ़े रीगल अब केवल एक कैफ़े नहीं रह गया है, बल्कि शहर के रचनात्मक लोगों का पसंदीदा ठिकाना बन चुका है। यहाँ आने वाले लोगों के लिए यह सिर्फ़ चाय या कॉफ़ी का स्थान नहीं, बल्कि ऐसा माहौल है जहाँ हर बातचीत में कुछ नया सीखने और साझा करने का अवसर होता है।
शहर के युवा कलाकार, लेखक और प्रदर्शनकारी अक्सर इस कैफ़े को अपनी रचनात्मक मुलाकातों के लिए चुनते हैं। दीवारों पर महँगी कलाकृतियाँ नहीं, बल्कि जमशेदपुर के लेखकों की किताबें सजी हैं, जो इस जगह को एक अलग पहचान देती हैं। यह कैफ़े उन लोगों के लिए है जो अपने विचारों को साझा करना चाहते हैं, जो रचनात्मक माहौल में साँस लेना चाहते हैं।
कैफ़े रीगल के संचालक वरुण गज़दर ने इस जगह को केवल खाने-पीने के अनुभव तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने इसे स्थानीय कला और संस्कृति के मंच के रूप में विकसित किया है। यहाँ नियमित रूप से कॉमेडी शो, पोएट्री सेशन, बुक लॉन्चिंग, ओपन माइक और मीडिया इंटरव्यू आयोजित किए जाते हैं। इन आयोजनों ने जमशेदपुर के उभरते कलाकारों को एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म दिया है, जहाँ वे अपने हुनर को बेझिझक प्रस्तुत कर सकें।

पिछले कुछ समय में कैफ़े रीगल ने शहर की सांस्कृतिक गतिविधियों में नई ऊर्जा का संचार किया है। अब यह जगह सिर्फ़ शाम की बैठकों या मुलाकातों तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह स्थानीय रचनात्मकता का प्रतीक बन चुकी है। हर सप्ताह यहाँ कोई न कोई नया शो होता है, जिससे जमशेदपुर के युवाओं में इस जगह को लेकर उत्साह लगातार बढ़ रहा है।
वरुण गज़दर का मानना है कि उनका उद्देश्य इस कैफ़े को सिर्फ़ व्यापार तक सीमित रखना नहीं, बल्कि इसे एक ऐसे कम्युनिटी स्पेस के रूप में विकसित करना है जहाँ लोग विचारों, कला और संवाद के माध्यम से जुड़ सकें।
आज कैफ़े रीगल जमशेदपुर के लिए सिर्फ़ एक नाम नहीं, बल्कि एक भावना बन गया है “जहाँ हर कप कॉफ़ी के साथ रचनात्मकता की एक नई शुरुआत होती है।”





