सार्वजानिक क्षेत्र के अधीन आने वाली भारत सरकार की कम्पनी यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड जादूगोड़ा में श्रमिको की हड़ताल हुए दो दिन हो चुके हैं और दोनों पक्ष पूरी तरह से आमने – सामने हैं . आज श्रमिको ने अपनी एकता को प्रदर्शित करने के लिए यूसिल गेट से लेकर यूसिल कॉलोनी तक मजदूर जागृति पद -यात्रा निकाली जिसमे सभी यूसिल के स्थाई कर्मचारी शामिल हुए वहीँ पूर्व जिला पार्षद बागरय मार्डी भी अस्थाई मजदूरों को लेकर सड़क पर निकले और अस्पताल चौक से लेकर जादूगोड़ा मोड़ तक मोटरसाईकिल रैली निकाल कर शक्ति प्रदर्शन किया .
कम्पनी ने पहले इस इस हड़ताल को इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट एक्ट1947 की धारा – 22 की उपधारा – 1 का उल्लंघन बता अवैध घोषित कर चुकी है . इसके साथ ही यूसिल के महाप्रबंधक संजय कुमार शर्मा ने साफ कर दिया है की हड़ताल की अवधि को किसी भी छुट्टी में समायोजित नहीं किया जायगा और इसका एक भी रुपया किसी भी श्रमिक को नहीं मिलेगा.
प्रबंधन के इस फरमान के बाद चारों यूनियनो के प्रतिनिधियों , सुमु यूनियन के महासचिव रमेश माझी , सचिव बी० एन० बास्के ,यूरेनियम कामगार यूनियन के महासचिव -राजाराम सिंह , डॉक्टर कुदादा , जादूगोड़ा लेबर यूनियन से महासचिव -सुरजीत सिंह सुजीत मिश्रा यूरेनियम मजदूर संघ के अध्यक्ष – चंद्रशेखर पंडित महासचिव – आनंद महतो ने रायशुमारी कर यह निर्णय लिया की कम्पनी को उसी की भाषा में जवाब दिया जाये . इसके बाद अस्पताल चौक में रणनीति बनी और फिर जागृति पद -यात्रा के रूप में विशाल जुलूस निकाल कर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मजदूरों ने अपनी एकता प्रदर्शित की.
इधर प्रबंधन की नीतियों से परेशान ठेका मजदूर भी इनके साथ हो लिए .
पद यात्रा के बाद यूसिल अस्पताल चौक पर आयोजित गेट मीटिंग को संबोधित करते हुए सुमु यूनियन के महासचिव रमेश माझी ने कहा की यूसिल प्रबंधन की मनमानी बहुत हो गयी जब भी अधिकारीयों को अपने लिए कुछ सुविधा चाहिए होती है तुरंत पालिसी में बदलाव हो जाता है मगर जब मजदूर अपने हक की बात करता है तो सबकुछ गैरकानूनी करार दिया जाता है . मगर अब ये नहीं चलेगा अब 23 सितम्बर को 10 बजे मजदूर बनाम प्रबंधन खेला होबे जिसमे प्रशासन रेफरी की भूमिका में रहेगा.
इधर तुरामडीह कॉलोनी में जादूगोड़ा लेबर यूनियन से महासचिव -सुरजीत सिंह के नेतृत्व में श्रमिको ने पद यात्रा निकाल कर यूसिल प्रबंधन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की . सुरजीत सिंह ने कहा की आर -पार की लड़ाई ही अब मजदूरों की समस्या का समाधान कर सकती है . इसके लाइए सभी लोग एकजूट होकर संघर्ष के लिए तैयार रहें .