चाईबासा पुलिस ने नक्सलियों पर दबिश बनाते हुए 15 नक्सलियों को आत्म समर्पण करने पर मजबूर कर दिया है। वहीं सरकार की सरेंडर पॉलिसी को देखते हुए 15 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। कोल्हान डीआईजी मनोज रतन चौथे ने नक्सलियों को चेतावनी देते हुए साफ कहा कि वे हथियार डाल कर मुख्य धारा से जुड़ जाएं, नहीं तो पुलिस की गोली का शिकार होना पड़ेगा।
हालांकि एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा उर्फ अनल का दस्ता इस इलाके में सक्रिय है। वैसे डीआईजी का मानना है कि 15 नक्सलियों के आत्म समर्पण के बाद अब भाकपा माओवादी की कमर टूट गई है।
गौरतलब है कि कोबरा बटालियन, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, जगुआर और झारखंड पुलिस के संयुक्त अभियान के कारण इन 15 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। पुलिस का यह भी मानना है कि ये सभी अपने संगठन से नाराज थे।