बर्मामाइंस की कैरेज कॉलोनी को उपद्रवी सांड से मिली राहत

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जमशेदपुर : बर्मामाइंस स्थित कैरेज कॉलोनी के लोगों को आखिरकार उस उपद्रवी सांड के आतंक से मुक्ति मिल गई, जो पिछले कई दिनों से इलाके में दहशत का कारण बना हुआ था। शुक्रवार को जिला प्रशासन के निर्देश और रेलवे एम्प्लॉयी वेलफेयर एसोसिएशन के सहयोग से पशुपालन विभाग की टीम ने ‘ऑपरेशन बुल’ चलाकर सांड को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर घाघीडीह स्थित कालियाडीह गौशाला भेज दिया।

ऑपरेशन की कमान संभाली डॉ. ज्योतिन्द्र नारायण ने

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पशुपालन विभाग के वरीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ज्योतिन्द्र नारायण मौके पर मौजूद रहे। उनके नेतृत्व में सांड को पहले गन इंजेक्शन से बेहोश किया गया, फिर लोगों की मदद से सावधानीपूर्वक एक विशेष वैन में लोड कर कालियाडीह गौशाला पहुंचाया गया। गौशाला पहुंचते ही सांड की बेहोशी टूट गई और वह पुनः खड़ा हो गया। पूरे रेस्क्यू में तीन घंटे से अधिक समय लग गया, लेकिन अंततः यह अभियान पूरी तरह सफल रहा।

मनोज मिश्रा और टीम का रहा विशेष योगदान

इस सफल अभियान के पीछे रेलवे एम्प्लॉयी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज मिश्रा की पहल और अथक प्रयास को प्रमुख माना जा रहा है। उनके सतत प्रयासों से ही प्रशासन सक्रिय हुआ और यह रेस्क्यू संभव हो पाया। रेस्क्यू टीम को सहयोग देने वालों में नागेंद्र प्रसाद, अरविंद तिवारी, मनोज कुमार और हरीश सिंह का भी अहम योगदान रहा।

स्थानीय लोगों में दिखा संतोष और उत्साह

जैसे ही कैरेज कॉलोनी में खबर फैली कि उपद्रवी सांड को आज रेस्क्यू किया जाएगा, स्थानीय लोग बड़ी संख्या में एकत्र हो गए और टीम का बेसब्री से इंतजार करने लगे।
सांड के आतंक से मुक्ति मिलने पर लोगों ने राहत की सांस ली और प्रशासन की तत्परता की सराहना की।

अब और सुरक्षित महसूस कर रही है कॉलोनी

यह उपद्रवी सांड पिछले कई दिनों से कॉलोनी में बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरा बना हुआ था। कई बार राह चलते लोगों को उसने घायल भी किया। ऐसे में इस रेस्क्यू ऑपरेशन से न केवल लोगों में सुरक्षा की भावना लौटी है, बल्कि प्रशासन और नागरिक सहयोग का एक सकारात्मक उदाहरण भी प्रस्तुत हुआ है।

 

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