Jharkhand : झारखंड सरकार को काम नहीं, कमाई की चिंता! टूटे पुल, बिखरी सड़कें और बेहाल जनता… क्या यही है विकास?

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  • लापरवाही के खिलाफ सख्त एक्शन का बिगुल बजाया 

दुमका: भारी बारिश के बाद झारखंड के कई ज़िले बुरी तरह प्रभावित हैं। सड़कों और पुलों की हालत खस्ताहाल है। इसी मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने दुमका परिसदन सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार पर बड़ा हमला बोला।

मरांडी ने कहा कि कई गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट चुका है, लोग जान जोखिम में डालकर पगडंडियों और अस्थायी रास्तों से सफर करने को मजबूर हैं। स्कूली बच्चे स्कूल नहीं पहुंच पा रहे, बीमार लोग अस्पताल नहीं जा पा रहे, और ग्रामीण बाजारों से कट गए हैं।

उन्होंने कहा कि पुल-पुलियों की गुणवत्ता इतनी खराब रही कि मामूली बारिश में ही ढांचे धराशायी हो गए। यह सीधा सरकारी भ्रष्टाचार और प्रशासनिक उदासीनता का प्रमाण है।

बाबूलाल मरांडी ने सरकार से की 4 अहम माँगें:

  • सभी क्षतिग्रस्त पुलों व सड़कों की मरम्मत तुरंत की जाए
  • वैकल्पिक और सुरक्षित मार्गों की व्यवस्था हो
  • निर्माण कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए
  • दोषी ठेकेदारों और अभियंताओं पर हो कार्रवाई

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दुमका में बालू-पत्थर के अवैध कारोबार के लिए खुलेआम ₹9,000 से ₹10,000 तक की वसूली हो रही है, और सरकार आंखें मूंदे बैठी है। मरांडी बोले – “झारखंड सरकार जनता की नहीं, दलालों की सरकार बन चुकी है।”

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