सरायकेला (के दुर्गा राव) : कल्याण विभाग के लिपिक प्रेम कुमार चौधरी ने सोमवार देर रात गेस्ट हाउस स्थित अपने आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि वह हाल ही में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के एक मामले में चर्चित हुए थे, जिसमें उन्होंने कई युवाओं से करीब 10 लाख रुपये से अधिक की वसूली की थी। मामले के उजागर होने के बाद उन्होंने सभी पीड़ितों को पैसे लौटाने का वादा किया था, लेकिन लगातार मानसिक तनाव में चल रहे थे।
आत्महत्या या कोई और वजह? जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सरायकेला सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि मौत के सही कारणों की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। वहीं, पुलिस ने परिजनों और अन्य संबंधित लोगों से पूछताछ भी शुरू कर दी है।
समाज के सवाल: क्या मानसिक दबाव बना आत्मघाती वजह?
कई स्थानीय लोगों का कहना है कि चौधरी लगातार मानसिक रूप से टूट चुके थे। एक ओर लोकल स्तर पर सामाजिक दबाव, दूसरी ओर पैसे लौटाने का तनाव, शायद यही उन्हें इस कदम तक ले गया।






