नई दिल्ली : 1 अगस्त से देशभर में कई नए नियम लागू हो रहे हैं, जो UPI ट्रांजैक्शन, SBI क्रेडिट कार्ड बेनिफिट्स और FASTag एनुअल पास को लेकर हैं। इन नियमों का असर सीधे आपके बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट और यात्रा खर्चों पर पड़ने वाला है।
UPI यूजर्स ध्यान दें: अब 50 बार ही बैलेंस चेक कर सकेंगे
नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI यूजर्स के लिए नया लिमिट सेट किया है। अब गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे ऐप पर यूजर्स केवल 50 बार प्रति दिन बैलेंस चेक कर सकेंगे। पहले ऐसी कोई सीमा नहीं थी। यह नियम UPI सर्वर पर लोड कम करने के उद्देश्य से लाया गया है, खासकर ट्रांजैक्शन के व्यस्त समय में।
SBI कार्डधारकों के लिए झटका: एयर एक्सिडेंट इंश्योरेंस होगा बंद
SBI की क्रेडिट कार्ड सेवा देने वाली कंपनी SBI Card अब अपने कुछ कार्ड पर मिलने वाला फ्री एयर एक्सिडेंट इंश्योरेंस बंद करने जा रही है।
11 अगस्त से लागू होंगे ये बदलाव:
- SBI Card Elite, SBI Card Miles और Miles Prime पर 1 करोड़ रुपये का इंश्योरेंस बंद
- SBI Card Prime और Pulse पर 50 लाख रुपये का कवर बंद
अगर आप इन कार्ड्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो अब यात्रा के दौरान मिलने वाली इंश्योरेंस सुरक्षा से वंचित हो सकते हैं।
FASTag एनुअल पास: टोल में राहत या चुनौती?
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने 15 अगस्त से नया FASTag एनुअल पास लॉन्च करने का ऐलान किया है।
- कीमत: ₹3000
- मान्यता: 1 साल
- फायदा: साल में 200 बार टोल पार करने की सुविधा
यह पास खास तौर पर हाईवे पर नियमित यात्रा करने वालों के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन सीमित उपयोग सीमा से कुछ लोगों को दिक्कत हो सकती है।
ये बदलाव क्यों जरूरी हैं?
इन सभी बदलावों का मकसद डिजिटल ट्रांजैक्शन को सुव्यवस्थित बनाना, लागत कम करना और सिस्टम पर अतिरिक्त लोड को घटाना है। लेकिन आम उपभोक्ता को इन बदलावों की पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि वह अपनी वित्तीय योजनाएं बेहतर तरीके से बना सके।
जरूरी सलाह:
- UPI ऐप्स पर बैलेंस बार-बार चेक करने से बचें।
- अपने SBI कार्ड पर इंश्योरेंस कवर की पुष्टि करें।
- अगर आप नियमित हाईवे यात्री हैं, तो FASTag एनुअल पास को जल्द अपनाएं।






