- सड़क पर उतरे चालक, कामगार बोले – रोज़गार पर संकट
जमशेदपुर : बुधवार को मानगो गोलचक्कर एक बार फिर हंगामे का केंद्र बन गया। गिट्टी, बालू और सीमेंट ढोने वाले छोटे वाहन चालकों ने अचानक सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। कई घंटे यातायात ठप रहा और लोग जाम में फंसे रहे।
“पुलिस पैसे मांगती है, हम अपराधी नहीं!” – प्रदर्शनकारियों का पुलिस पर आरोप
प्रदर्शनकारी चालकों ने जमकर पुलिस पर निशाना साधा। उनका आरोप है कि पुलिसकर्मी आए दिन उन्हें बिना वजह पकड़ते हैं, अपराधियों जैसा व्यवहार करते हैं और खुलेआम पैसे की मांग करते हैं।
एक चालक ने कहा –
“हम मेहनत करके परिवार पालते हैं, लेकिन पुलिस की दबंगई ने जीना मुश्किल कर दिया है। रोज harassment होता है।”
पुराना मुद्दा, बार-बार अनसुना प्रशासन
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि यह कोई पहली बार नहीं है। दो दिन पहले भी इसी मुद्दे पर उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी थी। “कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं। मजबूर होकर सड़क पर आना पड़ता है।” उन्होंने जिला प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाया।
मजदूर और कामगार भी हुए प्रभावित
इस विरोध प्रदर्शन में निर्माण क्षेत्र के मज़दूर और कामगार भी शामिल हुए। उनका कहना है कि वाहन चालकों के डर से वाहन मालिक काम पर नहीं आ रहे, जिससे उनका रोज़गार ठप हो गया है। निर्माण सामग्री की सप्लाई बाधित होने से कई प्रोजेक्ट रुकने की कगार पर हैं।
चेतावनी: अब जिलेभर में होगा आंदोलन
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर जल्द समाधान नहीं मिला, तो
“हड़ताल और तेज़ होगी, आंदोलन पूरे जिले में फैलाया जाएगा।” उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध को नजरअंदाज किया गया, अब वे मजबूर होकर बड़ा कदम उठाएंगे।
प्रशासन की चुप्पी, लोगों की चिंता
इस पूरे मामले में अभी तक प्रशासन या पुलिस की कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि कुछ देर बाद स्थिति सामान्य हुई, लेकिन स्थानीय लोग स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं ताकि शांति और व्यवस्था बनी रहे।






