Saraikela : प्रशासन और ग्रामीणों की सजगता से टला बड़ा विवाद

2 Min Read

चांडिल (के दुर्गा राव) : आसनबनी पंचायत के एनएच-33 किनारे स्थित पारंपरिक जाँताल पूजा स्थल पर रविवार को बड़ा विवाद होने से पहले ही थम गया। प्रशासन की तत्परता और ग्रामीणों की एकजुटता ने संभावित टकराव को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझा दिया।

कैसे शुरू हुआ विवाद?

गांव के एक पक्ष ने पूजा स्थल पर “शुद्धिकरण अनुष्ठान” करने की तैयारी की थी। लेकिन ग्राम प्रधान प्रबोध उरांव के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विरोध किया। उनका कहना था कि यह स्थल पहले से ही पवित्र और सुरक्षित है, किसी तरह की अतिरिक्त रस्म की आवश्यकता नहीं है। ग्राम प्रधान ने आरोप लगाया कि कुछ लोग निजी स्वार्थ साधने और गांव की शांति भंग करने की कोशिश कर रहे थे।

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया

  • बिरीगोड़ा निवासी दिलीप महतो ने कहा कि धार्मिक स्थल को व्यक्तिगत विवाद में घसीटना निंदनीय है।

  • महिला प्रतिनिधि रश्मि मांझी ने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भ्रामक खबरों पर नाराज़गी जताई और लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें।

  • वहीं, आरोपित पक्ष के शुकलाल पहाड़िया ने कहा कि उन पर पैसे से जुड़े लगाए गए आरोपों की जांच प्रशासन द्वारा की जानी चाहिए।

प्रशासन की भूमिका

विवाद की गंभीरता को देखते हुए एसडीओ विकास कुमार राय के निर्देश पर चांडिल अंचलाधिकारी प्रदीप कुमार महतो को वरीय दंडाधिकारी नियुक्त किया गया।

इसके साथ ही ईचागढ़ अंचलाधिकारी दीपक प्रसाद, चांडिल अंचल निरीक्षक मनोज कुमार महतो और थाना प्रभारी डिल्सन बिरुआ पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद रहे।

प्रशासन ने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की और घटना स्थल पर शांति बनाए रखी। अधिकारियों ने ग्रामीणों की सजगता और सहयोग की सराहना की। ग्रामीणों ने भी प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि उनकी तत्परता से गावं में सौहार्द और शांति कायम रही।

Share This Article