Mohit Kumar
दुमका : दुमका ज़िले के बासुकीनाथ बाजार में देर रात भीषण अग्निकांड के कारण दर्जनों दुकानें जलकर राख हो गईं। घटना में करोड़ों रुपए का नुकसान होने का बात कही जा रही है। घटना के करीब दो घंटे बाद अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तब तक कई दुकानों राख हो चुकी थीं। बता दें कि यहां पांचवीं बार अगलगी की घटना हुई है।
शनिवार देर रात लगभग बारह बजे के बाद बासुकीनाथ मुख्य बाजार में भीषण आग लगने से दर्जनों दुकानें जल कर राख हो गई। आग की भयावहता इतनी प्रबल थी कि आग की लपटें आसमान छू रही थीं। भीषण आग से दुकानें धू धू कर जल रही थी। कहीं कोई उपाय नहीं सूझ रहा था फिर भी बासुकीनाथ के दर्जनों युवक सीमित साधनों से आग पर काबू पाने और आग को आगे बढ़ने से रोकने में लगे हुए थे, लेकिन आग की भयावहता के सामने किसी की कुछ नहीं चली। आग लगने से चाय और नाश्ता दुकानों में रखै गैस सिलिंडर फट कर उड़ते हुए दिखाई दिए। आग का रुख मुख्य बाजार से शुरू होकर चुड़ी गली की तरफ चला गया और चूड़ी गली की सारी दुकानें भी जलकर राख हो गयी। आग लगने के लगभग दो घंटे की देरी से दुमका से अग्निशमन की गाड़ी पहुंची, लेकिन तब तक सारी दुकानें राख में तब्दील हो चुकी थी।
इस भयानह अग्निकांड में बासुकीनाथ धाम के चूड़ी गली के अलावा कई अन्य दुकानें जलकर खाक हो गयी। अग्निकांड में करोड़ों की सम्पत्ति जलकर खाक हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है। सबसे बड़ी बात है कि पांचवीं बार बासुकीनाथ में आग लगी है और शासन प्रशासन की तरफ से दमकल की व्यवस्था न होना ये दर्शाता है कि विश्व प्रसिद्ध तीर्थ स्थल पर प्रशासन और शासन कितना ध्यान देती है। कई बार यहां के लोग दमकल गाड़ी की मांग कर चुके हैं, लेकिन हर बार सिर्फ उन्हें कोरा आश्वासन ही मिला। बहरहाल लोगों ने एकबार फिर राज्य सरकार व जिला प्रशासन से दमकल की मांग की है।