Adityapur : स्मार्ट मीटर के खिलाफ उपभोक्ताओं का हल्लाबोल

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आदित्यपुर : झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेवीबीएनएल) द्वारा लगाए गए स्मार्ट मीटर के खिलाफ इलेक्ट्रिसिटी कंज्यूमर एसोसिएशन, आदित्यपुर के बैनर तले मंगलवार को बिजली उपभोक्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि स्मार्ट मीटर को हटाकर फिर से पुराने मीटर लगाए जाएं, क्योंकि नए स्मार्ट मीटर में बिजली खपत की रीडिंग दो से तीन गुना अधिक आ रही है, जिससे आम उपभोक्ता अन्यायपूर्ण बिजली बिल का बोझ झेल रहे हैं।

स्मार्ट मीटर पर उठे सवाल, पुराना मीटर बहाल करने की मांग

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद से बिजली बिलों में अचानक और अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी जा रही है, जबकि उनकी बिजली खपत पहले जैसी ही है। इससे मध्यमवर्गीय और निम्न आय वर्ग के उपभोक्ता परेशान हैं।

आक्रोशित उपभोक्ताओं ने मंगलवार को जेवीबीएनएल, आदित्यपुर प्रमंडल कार्यालय के समक्ष जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में रखी गई प्रमुख मांगें:

  • स्मार्ट मीटर को हटाकर फिर से पुराने मीटर लगाए जाएं।
  • सरकार द्वारा घोषित 200 यूनिट मुफ्त बिजली की सुविधा सभी उपभोक्ताओं को मिले।
  • जिन उपभोक्ताओं का बिल 200 यूनिट से अधिक आता है, उन्हें केवल अतिरिक्त यूनिट का शुल्क लिया जाए।
  • बिलिंग की गलत गणना की भरपाई विभाग स्तर पर की जाए।

विभाग ने झाड़ा पल्ला, एजेंसी पर डाली जिम्मेदारी

इस मौके पर सहायक विद्युत अभियंता ने जानकारी देते हुए कहा:

“स्मार्ट प्रीपेड मीटर की स्थापना का कार्य विभाग का नहीं, बल्कि सरकारी निविदा के तहत नियुक्त एजेंसी का जिम्मा है। विभाग इसकी जवाबदेही नहीं ले सकता।”
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि:
“यदि किसी उपभोक्ता को बिलिंग में गड़बड़ी की शिकायत है, तो वह लिखित में आवेदन देकर जांच की मांग कर सकता है। शिकायत की पुष्टि होने पर मीटर की पुनः जांच और जरूरत पर बदलने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।”

प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोग:

इस विरोध प्रदर्शन में महेंद्र मंडल, ओ.पी. पांडेय, श्यामल सुमन, संतोष कुमार, दीपक कुमार, रोहित शर्मा, लीला पंडित सहित कई स्थानीय उपभोक्ता उपस्थित रहे।

उपभोक्ताओं की चेतावनी : समस्या नहीं सुलझी तो होगा उग्र आंदोलन

उपभोक्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही स्मार्ट मीटर से जुड़ी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।

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