- एक आम युवक की जिंदगी में अचानक आया अरबों का ‘बैलेन्स बम’
ग्रेटर नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) : उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के ऊंची दनकौर गांव से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यहां एक बेरोजगार युवक दीपक उर्फ दीपू के कोटक महिंद्रा बैंक अकाउंट में अचानक अरबों-खरबों रुपये ट्रांसफर होने का मैसेज आया।
मैसेज में जो राशि दिखी वो है —
1,13,55,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा।
(अंक में : 10,01,35,60,00,00,00,00,00,01,00,23,56,00,00,00,00,299)
मोबाइल पर आया मैसेज, उड़ गए होश
दीपक, जो हाल ही में अपने माता-पिता को खो चुका है और फिलहाल बेरोजगार है, ने बताया कि शनिवार सुबह उसके मोबाइल पर एक SMS आया, जिसमें उसके खाते में इतनी भारी रकम जमा होने की सूचना दी गई थी। आश्चर्य और डर के मिले-जुले भाव में उसने जैसे-तैसे बैंक पहुंचने का निर्णय लिया।
तकनीकी बग या UPI की गलती?
पुलिस जांच के अनुसार, यह राशि NAVI UPI App पर तकनीकी गड़बड़ी (bug/glitch) के चलते दिखाई दी थी।
“यह बैलेंस केवल NAVI App पर दिख रहा है, अन्य किसी बैंकिंग ऐप या बैंक स्टेटमेंट में नहीं।” — थाना दनकौर पुलिस
PHONEPE और बैंक स्टेटमेंट में बैलेंस ‘0’
फोन पे ऐप पर लॉगिन करने पर दीपक का बैंक बैलेंस 0 ही दिख रहा है। बैंक द्वारा भेजे गए आधिकारिक ईमेल स्टेटमेंट में भी कोई राशि नहीं पाई गई। यानी, यह महज एक गड़बड़ी का नतीजा था।
अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया
हालात की गंभीरता को देखते हुए बैंक ने दीपक का अकाउंट अस्थायी रूप से फ्रीज कर दिया है, ताकि कोई संदिग्ध गतिविधि न हो। हालांकि, दीपक का कहना है कि उसे इस राशि के स्रोत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।
आयकर विभाग भी जांच में जुटा
इतनी बड़ी रकम का मैसेज सामने आते ही आयकर विभाग ने भी सक्रियता दिखाई है। विभाग यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि कहीं किसी साइबर धोखाधड़ी या मनी लॉन्ड्रिंग का मामला तो नहीं है।
युवक की ओर से क्या कहा गया?
“मैं तो हैरान था। एक पल को लगा कि अब सब कुछ बदल जाएगा। लेकिन बैंक पहुंचने पर पता चला कि अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है और असल में बैलेंस कुछ भी नहीं है।”
मामला फिलहाल जांच के दायरे में
पुलिस और बैंकिंग एक्सपर्ट्स तकनीकी एंगल से जांच कर रहे हैं, जबकि आयकर विभाग वित्तीय स्रोत और लेन-देन की ट्रैकिंग कर रहा है।
सोशल मीडिया पर वायरल
यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जहां लोग इसे “गरीब से अरबपति और फिर शून्य तक की 24 घंटे की यात्रा” कह रहे हैं।
एक मामूली गलती या टेक्निकल बग भी कभी-कभी किसी की जिंदगी का सबसे बड़ा सरप्राइज़ बन सकता है। दीपक के लिए यह सपने जैसा था, लेकिन हकीकत में सब कुछ ‘0’ निकला। अब देखना होगा कि जांच में क्या नया मोड़ आता है।






