- बिना कोचिंग की मिसाल कायम
चांडिल (सरायकेला-खरसावां) (के दुर्गा राव) : झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की 11वीं से 13वीं संयुक्त सिविल सेवा परीक्षा के फाइनल रिजल्ट में चांडिल अनुमंडल के दो प्रतिभाशाली युवाओं ने सफलता की ऊंचाइयों को छूकर इलाके का नाम गर्व से रोशन किया है।
निशा गोप – बिना कोचिंग बनीं जिला प्रोबेशन पदाधिकारी
चोटालाखा की रहने वाली निशा गोप ने 186वीं रैंक के साथ जिला प्रोबेशन पदाधिकारी पद पर चयन पाया है। खास बात यह है कि निशा ने बिना कोचिंग, स्वअध्ययन के दम पर यह सफलता हासिल की है। यह उनकी दूसरी कोशिश थी।
निशा ने अपनी पढ़ाई दयावती मोदी स्कूल, चिन्मय विद्यालय, और जेवियर कॉलेज, रांची से पूरी की है। वे बचपन से ही मेधावी रही हैं और उनका सपना था कि वे सिविल सेवा के माध्यम से समाज और देश की सेवा करें। वे अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता, पति और शिक्षकों को देती हैं।
संजय सिंह सरदार – रेलवे से शिक्षक और अब वित्त विभाग अधिकारी
जामडीह टोला, रेरेंगटांड़ निवासी संजय सिंह सरदार ने 320वीं रैंक हासिल कर वित्त विभाग में चयन पाया है। संजय की कहानी भी उतनी ही प्रेरणादायक है – उन्होंने रेलवे में ग्रुप-डी से करियर शुरू किया, फिर बने प्राथमिक शिक्षक, और अब बने अधिकारी।
2021 में वह केवल दो अंकों से पीछे रह गए थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और 2024 में बड़ा मुकाम हासिल किया। उन्होंने भी बिना कोचिंग अपने दृढ़ निश्चय और मेहनत से यह सफलता पाई है।
प्रेरणा का स्रोत बना चांडिल क्षेत्र
निशा और संजय, दोनों की सफलता चांडिल और झारखंड के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है। यह उदाहरण है कि यदि इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।
इनकी सफलता ने न सिर्फ क्षेत्र का नाम रोशन किया, बल्कि यह संदेश भी दिया कि सपने पूरे करने के लिए साधन नहीं, संकल्प जरूरी है।






