जमशेदपुर के सिदगोड़ा बाजार में JNAC के द्वारा मासिक शुल्क लेने के बावजूद 40 वर्ष पुराने सब्जी बाजार के 4 दुकानों को तोड़ दिया गया, जिससे दुकानदारों में रोष है। वहीं पीड़ित दुकानदारों के पक्ष में विधायक सरयू राय भी खड़े हो गए हैं।
तोड़ी गई दुकानें सुनील चौधरी, शिवशंकर माझी, शिवशंकर सिंह एवं अन्य की हैं। इनका कहना है कि यहां की सभी दुकानें 40 साल से भी ज्यादा पुरानी हैं। वर्ष 2005 में हुए अग्नि कांड में सभी दुकानें जल गई थी। तत्कालीन विधायक रघुवर दास ने विधायक फंड से टीन शेड से बने 151 दुकानें बकायदा नाम के साथ अलॉट की थीं। उस दौरान टाटा स्टील के द्वारा रसीद काटी जाती थी, लेकिन अब कुछ वर्षो से JNAC के द्वारा मासिक 90 रुपए शुल्क के साथ रसीद काटी जाती है।
इसके बावजूद किसी प्रकार का बिना नोटिस दिए 4 दुकानों को तोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि सब्जी बाजार से सटे आटा चक्की दुकानदार मुकेश ने 4 दुकानों को उसके नक्शे की जद में आने को लेकर कोर्ट में केस फाइल की है। उसी का हवाला देकर JNAC और टाटा स्टील लैंड डिपार्टमेंट ने यह करवाई की है। दुकानदारों का कहना है कि जब 2005 में खुद टाटा स्टील और JNAC की मौजूदगी में दुकानें सौंपी गई तो फिर दूसरे के नक्शे की जद में उनकी दुकानें कैसे आ गई। कहा कि यह सरासर प्रशासन की मनमानी है। वहीं इस मामले की सूचना पर विधायक सरयू राय दुकानदारों के पक्ष में उतर आए हैं। विधायक प्रतिनिधि विजय नारायण ने कहा कि जल्द ही टूटी हुए दुकानों को फिर से बना कर देने की पहल की जाएगी, अन्यथा पूरे बाजार के दुकानदारों के साथ सड़क से लेकर न्यायलय तक आंदोलन का रुख किया जाएगा।