Festival : कल मनेगा रक्षाबंधन, आरंभ होगी पर्वों की श्रृंखला

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जमशेदपुर : सावन मास की पूर्णिमा शनिवार को मनायी जाएगी. उसी दिन रक्षाबंधन का पर्व भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा. इली के साथ पर्वों की श्रृंखला भी प्रारंभ हो जायेगी. रक्षाबंधन के पश्चात स्वतंत्रता दिवस, जन्माष्टमी, हरितालिका तीज और गणेश चतुर्थी जैसे प्रमुख त्योहार उत्साहपूर्वक मनाये जायेंगे. इन त्योहारों को लेकर शहर में धार्मिक आयोजन, सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं और बाजारों में खरीदारी का उत्सव प्रारंभ हो चुका है.


जमशेदरपुर व आसपास के मंदिरों व घरों में 16 और 17 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन किया जायेगा. कई संस्थाएं व संगठन भी श्रीकृष्ण जनमाष्टमी का आयोजन करेंगे. सिदगोड़ा सूर्य मंदिर समिचि समेत कई संस्थाओं की ओर से माखन से भरी हांडी स्थापित की जायेगी. कहां बाल गोपाल प्रतियोगिता होगी तो कहीं झांकी की प्रदर्शनी आयोजित होगी. दही हांडी प्रतियोगिता, भजन संध्या, नृत्य-नाटिका व देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति भी होगी.

कान्हा के वस्त्र व आभूषणों की बढ़ी बिक्री

लौहनगरी के प्रमुख पूजा बाजारों में लड्डू गोपाल के वस्त्र, मुकुट, बंसी, झूला, आभूषण, माखन हांडी, फैंसी खिलौने और मंदिर सजावट के सामान की जोरदार बिक्री हो रही है. ये सामग्री दिल्ली, मथुरा, वृंदावन, कोलकाता, राजकोट और अहमदाबाद से मंगायी गयी है.

कीमतें कुछ इस प्रकार हैं: रुपये में

  • लड्डू गोपाल मूर्ति (पीतल): 150-5100
  • राधा-कृष्ण मूर्ति (पीतल): 2100-15000
  • वस्त्र: 15-2500
  • झूला: 250-3500
  • सिंहासन: 150-550
  • बंसी: 10-500
  • तुलसी माला, वैजयंती माला: 50-150
  • मच्छरदानी, गद्दा सेट, कंघी-आईना, पंखा: 20-600 तक

हरितालिका तीज :

26 अगस्त को हरितालिका तीज व्रत है. यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा की जाती है. मान्यता है कि विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए यह व्रत रखती हैं. यह व्रत कठिन माने जाने वाले व्रतों में से एक है. इसमें 24 घंटे तक निर्जला रहना होता है. हिंदू पंचांग के अनुसार तृतीया तिथि 25 अगस्त की दोपहर 12.35 बजे से शुरू होगी. इसका समापन 26 अगस्त की दोपहर 1.55 बजे होगा. उदया तिथि के अनुसार व्रत 26 अगस्त को ही रखा जायेगा.

गणेश चतुर्थी :

गणेश चतुर्थी का पर्व देश भर में मनाया जाता है. कुछ राज्यों में दस दिनों तक यह उत्सव मनाया जाता है. पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 26 अगस्त की दोपहर 1.54 बजे शुरू होकर 27 अगस्त को दिन के 3.44 बजे तक रहेगी. उदयकालीन तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त बुधवार को मनाया जायेगा.

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