Dayal Layak
चांडिल: जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद लापता हुए टू सीटर ट्रेनी विमान को आखिरकार भारतीय नौसेना (नेवी) के जाबांज सिपाहियों ने खोजकर चांडिल डैम से बाहर निकाल दिया। डैम के गहरे पानी में पांच दिन तक लगातार खोजबीन की, जिसके बाद सोमवार की आधी रात को विमान का मलबा बाहर निकाला गया। बीते मंगलवार सुबह सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद ट्रेनी विमान लापता हो गया था। सोमवार रात करीब 11: 35 बजे विमान का मलबा को डैम के नौका विहार तक लाया गया, जिसे क्रेन की मदद से पानी से बाहर निकाला गया और ट्रक में लोड करके जमशेदपुर ले जाया गया। विमान का आगे का हिस्सा दुर्घटना में टूटकर अलग हो गया है।
भारतीय नौसेना (नेवी) के जवानों ने नौका विहार से करीब 20 किलोमीटर 50 फीट गहरे पानी से विमान को खोजने में सफलता पाई है। इसके बाद बड़े बैलून की मदद से विमान को ऊपर लाकर बोट से खींचकर किनारे तक लाया गया। विमान को लाने में सोमवार को सुबह से देर रात तक समय लग गई। यहां विमान को नौका विहार में क्रेन की मदद से पानी से ऊपर उठाकर ट्रक में लोड किया गया। उसके बाद विमान को जमशेदपुर ले जाया गया।
भारी बारिश में विमान देखने को उमड़ी भीड़, जांबाजों ने लगाए भारत माता के जयकारे
सोमवार रात को विमान का मलबा को डैम से बाहर निकाला गया, जिसे देखने को बड़ी संख्या में लोग चांडिल डैम पहुंचे थे। बारिश में भींगकर ही लोग विमान को देख रहे थे और अपने मोबाइल के कैमरे में उस दृश्य को कैद कर रहे थे। आधी रात को चांडिल समेत आसपास के सैकड़ों लोग पहुंचे हुए थे। वहीं, विमान को बाहर निकालने के बाद भारतीय नौसेना (नेवी) के जवानों ने भारत माता के जयकारे लगाते हुए एक दूसरे को शुभकामनाएं दी। जवानों ने एकसाथ “भारत माता की जय” के नारे लगाए, जिससे आधी रात को चांडिल डैम गूंज उठा।
डीजीसीए टीम भी कर रही विमान दुर्घटना की जांच
चांडिल डैम में विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने और दो पायलट की मौत का मामला चर्चाओं में है। मामला दिल्ली डीजीसीए तक पहुंच चुकी हैं। बीते शुक्रवार से डीजीसीए की टीम विमान दुर्घटना की जांच कर रही हैं। टीम द्वारा विमान दुर्घटना के सटीक कारणों का पता लगाया जा रहा है। जांच रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेजी जाएगी, जहां से केंद्रीय उद्य्यन मंत्री को विस्तृत जानकारी दी जाएगी।