जमशेदपुर : भारतीय फुटबॉल में एक गर्व का क्षण तब आया, जब जमशेदपुर फुटबॉल क्लब (जेएफसी) ने अपने मुख्य कोच खालिद जमील के भारतीय राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच पद पर नियुक्त होने की पुष्टि की। आपसी सहमति से क्लब और खालिद का सफर खत्म हुआ, लेकिन उनके दो सीज़न के शानदार प्रदर्शन ने जेएफसी के इतिहास में सुनहरा अध्याय जोड़ दिया।
खालिद जमील के कार्यकाल में जेएफसी ने कई अहम उपलब्धियां हासिल कीं। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में 2024 एआईएफएफ सुपर कप से ठीक पहले नियुक्त हुए खालिद ने केवल एक हफ्ते की तैयारी में टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाया। इसके बाद टीम ने आईएसएल 2024-25 के सेमीफाइनल, कलिंगा सुपर कप 2025 के उपविजेता और डूरंड कप 2025 के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। उनके नेतृत्व और रणनीतिक सोच ने उन्हें लगातार 2024 और 2025 में “एआईएफएफ पुरुष कोच ऑफ द ईयर” का खिताब दिलाया।
अपने विदाई संदेश में खालिद जमील ने कहा,
“जमशेदपुर एफसी के मुख्य कोच के रूप में सेवा देना मेरे लिए बेहद सम्मान की बात रही। प्रबंधन, स्टाफ, खिलाड़ियों और प्रशंसकों का समर्थन अमूल्य रहा। हमने साथ मिलकर यादगार पल बनाए। फर्नेस में खेलना और इस शहर के लोगों का प्यार हमेशा मेरे दिल में रहेगा।”
जेएफसी के सीईओ मुकुल चौधरी ने खालिद के योगदान पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा,
“खालिद ने शुरुआत से ही भारतीय खिलाड़ियों और कोचों में आत्मविश्वास, लचीलापन और अटूट प्रतिबद्धता लाई। उनका यह नया सफर पूरे भारतीय फुटबॉल के लिए प्रेरणा है।”
खालिद अब भारतीय टीम को एएफसी एशियाई कप क्वालीफिकेशन में नेतृत्व देंगे, जहां पूरे देश की नज़र उनके कंधों पर होगी।






