जमशेदपुरः एग्रिको स्तिथ NML केरला पब्लिक स्कूल की एक गरीब परिवार की बेटी प्राची गौड़ ने सीबीएसई दसवीं में सिटी में नौवां स्थान प्राप्त कर शहर के साथ ही पूरे कोल्हान का मान बढ़ा दिया है। बिरसानगर थाना अंतर्गत मोहरदा बस्ती के रहने वाली प्राची के पिता पिता अंतर्यामी गौड़ राशन दुकान चलाते हैं। प्राची ने सीबीएसई बोर्ड दसवीं में कुल 483 अंक यानी 96.6 प्रतिशत अंक लाकर स्कूल टॉपर बनने के साथ ही सिटी में 9वां स्थान हासिल किया है।
गौड़ समाज में पहली बार किसी बेटी के टॉपर होने से पूरा समाज गौरन्वावित है। प्राची गौड़ ने कहा कि सबसे पहले तो वह अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को देगी, क्योंकि उन्होंने दिन-रात मुझसे ज्यादा मेहनत की है। इसलिए वे अपने माता-पिता के बाद टीचर्स और उसका सपोर्ट करने वाले को श्रेय देती हैं। प्राची ने यह भी कहा कि उसने कभी भी ऑफलाइन ट्यूशन नहीं लिया है। वह खुद स्कूल की पढ़ाई के बाद सेल्फ स्टडी करती थी।
अहले सबेरे उठ कर तीन घंटा पढ़ाई करती थी। इसी का परिणाम है कि आज वह इतना अंक लेकर आई है, लेकिन उसकी इच्छा थी की अंक और ज्यादा आ सके। फिलहाल सिटी टॉप में जगह पाने से वह काफी खुश है। उसका कहना है कि मुझे बचपन से की प्रकृति से लगाव है। वह प्रकृति प्रेमी है इसलिए बायो का प्रोफेसर बनेगी। वैसे इसके पीछे का श्रेय भी उसने अपने पिता और परिवार को ही दिया, क्योंकि बचपन से ही उनके घर के आसपास हरियाली पेड़ पौधे और जीव जंतु का वास होता रहा है।
वहीं उनके पिता अंतर्यामी कहना है कि हमने तो अपने बच्चों की परवरिश करने में सिर्फ ध्यान दिया है, लेकिन हमारे तीनों बच्चों ने जिसमें एक बेटी मणिपाल मेडिकल एंड रिसर्च कॉलेज में है, वहीं दूसरी बेटी प्राची है और छोटा बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है। प्राची गौड़ को लेकर पिता गर्व महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है बेटी ने सिर्फ परिवार ही, नहीं समाज ही नहीं, पूरे गौड़ समाज और कोल्हान का नाम रोशन किया है, क्योंकि अब तक गौड़ समाज में किसी बेटी ने सिटी टॉप में स्थान प्राप्त नहीं किया है।
इधर गौड़ बस्ती के ग्राम प्रधान काशी प्रधान का कहना है कि वैसे तो प्राची मेरी बहन है लेकिन इसने अपना घर ही नहीं पूरे गौड़ समाज का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि मोहरदा बस्ती काफी छोटा है जहां मूलभूत सुविधा पूर्ण रूप से नहीं है और न सही सड़क, न किसी प्रकार की अन्य सुविधा के बावजूद 7 किलोमीटर से ज्यादा तय कर बहन प्राची ने पूरी लगनता से पढ़ाई की और आज वह उस मुकाम पर पहुंची है, जहां सभी गौरवान्वित हैं। उन्होंने आशा जताई है कि प्रशासन ही नहीं सरकार भी इस बस्ती की ओर ध्यान देगी, क्योंकि यहां की बच्चियां भी देश का नाम रोशन करने में अहम भूमिका निभा रही है।