K. Durga Rao
रांची : संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय महासिचव सह झारखंड और छत्तीसगढ़ के प्रभारी विजय शंकर नायक ने झारखंड भ्रष्टाचार के मामले में झारखंड सरकार को जमकर लताड़ा है। उन्होंने दो टूक कहा कि अगर थोड़ी भी शर्म और हयाा बची हो तो झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को सरकार के मंत्री आलमगीर आलम को बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां नैतिकता की बात करनी बेमानी है, क्योंकि आलमगीर आलम खुद से इस्तीफा नहीं सौंपने वाले हैं। विजय शंकर नायक ने राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को ईडी के द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया में उक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि यह राज्य का दुर्भाग्य है कि चाहे भारतीय जनता पार्टी हो चाहे कांग्रेस झामुमो गठबंधन की सरकार हो सभी ने राज्य की संपदाओं को दोनों हाथों से लूटने का काम किया, जिसका परिणाम है कि आज मंत्री और अधिकारी जेल जा रहे हैं। श्री नायक ने आगे कहा कि आज विकास और लोक निर्माण विभाग से जुड़े सभी विभागों में भ्रष्टाचार की अंतहीन सिलसिला जारी है और कमीशन खोरी की राजनीति शत प्रतिशत की जा रही है। स्थिति इतनी भयावह है की सभी लोक निर्माण के विकास कार्य में आज 40 प्रतिशत कमिशन विकास की राशि नेता अधिकारी अभियंताओं एवं ठेकेदारों की झोली में जा रहा है। विकास कार्य करने के नाम पर आज झारखंड को दोनों हाथों से लूटने का काम किया जा रहा है।
श्री नायक ने प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक एवं उपनिदेशक से यह मांग किया कि ग्रामीण कार्य विभाग में एवं ग्रामीण विकास विभाग में वीरेंद्र राम एवं मंत्री आलमगीर आलम के कार्यकाल में जितने भी ठेका पट्टे बांटे गए हैं, उनकी सघन रूप से जांच कराई जानी चाहिए तथा जो इन लोगों से लाभान्वित हुए हैं वैसे लोगों और जिन्होंने नियम कानून की धज्जी उड़ाते हुए कार्य आवंटन किए गए हैं, वैसे संवेदकों को एजेंसियां/कंपनियों/ठेकेदारों की भी गिरफ्तारी की जानी चाहिए, ताकि जो वर्तमान में विकास कार्य किए जा रहे हैं और जो लूट होने जा रहा है उसपर रोक लगाई जा सके।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के प्राय: सभी मंत्री एवं नौकरशाहों ने झारखंड को दोनो हाथों से अब तक लूटने का कार्य किया है। ऐसे मे झारखंड के सभी मंत्रीयों एवं झारखंड कैडर के सभी भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के निजी चल अचल संपत्ति की जांच होनी चाहिए ताकि झारखंड को लूटने से बचाया जा सके।