जमशेदपुर/पोटका : पोटका प्रखंड के सभी 132 राशन डीलरों ने बड़ा कदम उठाते हुए सितंबर माह से पूरी तरह हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है। डीलरों ने साफ कर दिया है कि वे खाद्यान्न का न तो उठाव करेंगे और न ही वितरण। इस फैसले से हजारों राशन कार्डधारियों की चिंता बढ़ गई है।
बीडीओ को सौंपा गया 5 सूत्रीय मांग पत्र
फेयर प्राइस शॉप डीलर्स एसोसिएशन ने शुक्रवार को प्रखंड सभागार में बैठक कर अपनी मांगों को लेकर बीडीओ को ज्ञापन सौंपा। डीलरों का कहना है कि वे लगातार समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन सरकारी स्तर पर कोई ठोस पहल नहीं हो रही।
डीलरों की मुख्य मांगें इस प्रकार हैं:
1️⃣ कमीशन भुगतान में देरी से आर्थिक संकट
केंद्र सरकार द्वारा संचालित एनएफएसए योजना का 9 माह और राज्य सरकार द्वारा संचालित ग्रीन चावल, चना दाल और नमक का 18 माह से कमीशन नहीं मिला है। इससे डीलर भुखमरी की स्थिति में पहुंच गए हैं, बच्चों की पढ़ाई तक बंद हो चुकी है।
2️⃣ एनआईसी रांची की अनदेखी और मनमाना आवंटन
पोटका के 10 टैग दुकानों को गलत तरीके से आवंटन काटा गया, जिसकी शिकायत के बावजूद एनआईसी सुधार के लिए तैयार नहीं। नतीजतन, डीलरों पर धरना-प्रदर्शन और एफआईआर की नौबत आती है।
3️⃣ खाद्यान्न ढुलाई में चोरी और वजन में कटौती
ठेकेदार के वाहनकर्मी खाद्यान्न की चोरी करते हैं, शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती, वजन में कटौती की भरपाई डीलर खुद नहीं कर पाते।
4️⃣ मशीन खराबी से बढ़ी परेशानी
इ-पोश मशीन और वजन मापक यंत्र खराब होने पर जमशेदपुर भेजना पड़ता है, जहां छोटी-छोटी मरम्मत में भी मोटी रकम ली जाती है, इससे वितरण में देरी और आर्थिक नुकसान होता है।
5️⃣ गोदाम से राशन मिलने का कोई तय समय नहीं
खाद्यान्न गोदाम से कब मिलेगा, इसकी कोई समय-सीमा नहीं होती, जिससे डीलरों को हर बार परेशानी झेलनी पड़ती है।
बैठक में कई वरिष्ठ डीलर रहे मौजूद
बैठक में अनवर अली, यमुना प्रसाद गुप्ता, जितेंद्र प्रसाद गुप्ता, जगन्नाथ सोरेन, भृगु कालिंदी, द्वारिका गुप्ता, फनी भूषण पाल, के. कैबर्ट, राजेंद्र गुप्ता समेत कई डीलर शामिल हुए और एकजुटता दिखाई।






