जमशेदपुर: जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार डॉक्टर उमेश कुमार का कहना है कि उनके इलाके में अभी उच्च शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। कहा कि अगर जनता ने आशीर्वाद दिया तो वह अपने इलाके में उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज खोलेंगे। अभी उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं होने की वजह से इंटर की पढ़ाई करने के बाद स्टूडेंट को दूसरे शहरों में जाना पड़ता है। अधिकांश लोग बेंगलुरु, दिल्ली आदि शहरों में जाकर आगे की पढ़ाई करते हैं। डॉक्टर उमेश कुमार ने कहा कि वह सरकार से तालमेल बैठा कर विधानसभा में यह मुद्दा उठाएंगे और जमशेदपुर पश्चिम क्षेत्र में एक इंजीनियरिंग कॉलेज और एक मैनेजमेंट कॉलेज की स्थापना करेंगे, ताकि स्टूडेंट को इंजीनियरिंग करने के लिए कर्नाटक, राजस्थान, ओडीशा और दिल्ली आदि जगहों पर न जाना पड़े।
डॉक्टर उमेश कुमार ने बताया कि वह जो भी वादा करते हैं, उसको निभाएंगे। उन्होंने अब तक जो भी वादा किया, सबको अमली जामा पहनाया। हालांकि वह किसी पद पर नहीं थे। लेकिन संघर्ष कर, भूख हड़ताल कर, धरना प्रदर्शन कर, उन्होंने जनता को इंसाफ दिलाया है। अभिभावकों को राइट टू एजुकेशन का लाभ दिलाया है। डॉक्टर उमेश कुमार ने कहा कि जमशेदपुर में राइट टू एजुकेशन का लाभ गरीब जनता को नहीं मिल रहा था। उन्होंने धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल की तब जाकर राइट टू एजुकेशन का लाभ गरीब स्टूडेंट्स को मिलना शुरू हुआ है। यही नहीं उन्होंने धरना प्रदर्शन कर 72 हजार रुपए सालाना आय वालों को बीपीएल की श्रेणी में दाखिल कराया। इसका लाभ यह हुआ कि उनके बच्चे अच्छे इंग्लिश स्कूलों में बिना फीस दिए पढ़ाई कर रहे हैं।
पत्रकारों को दिलाएंगे स्वास्थ्य बीमा का लाभ
जमशेदपुर पश्चिम के उम्मीदवार डॉक्टर उमेश कुमार ने कहा कि अगर वे जीते तो पत्रकारों को स्वास्थ्य बीमा दिलाएंगे। इसके लिए वह संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर जनता का आशीर्वाद मिला तो वह पत्रकारों को स्वास्थ्य बीमा की आवाज विधानसभा में उठाएंगे। गौरतलब है कि डॉक्टर उमेश कुमार एक शिक्षाविद हैं। वह अभिभावक संघ के अध्यक्ष भी हैं। जमशेदपुर में शिक्षा के क्षेत्र में डॉक्टर उमेश कुमार ने काफी काम किया है। शहर के किसी भी निजी स्कूल में किसी भी अभिभावक को परेशानी हुई तो वह दौड़कर डॉक्टर उमेश कुमार के पास पहुंचा। फिर डॉक्टर उमेश कुमार ने स्कूल प्रबंधन से लड़ाई लड़के अभिभावक को इंसाफ दिलाया है। कई स्कूलों में डॉक्टर उमेश कुमार के आंदोलन से स्टूडेंट को न्याय मिला है। डॉक्टर उमेश कुमार जमशेदपुर पश्चिम से निर्दलीय उम्मीदवार हैं। डॉ उमेश कुमार का जनसंपर्क अभियान मानगो के साथ ही सोनारी और कदमा में रोज चल रहा है। शनिवार को भी डॉक्टर उमेश कुमार ने मानगो, कदमा और सोनारी की कई बस्तियों में घर-घर जाकर संपर्क अभियान चलाया और लोगों से समर्थन की अपील की। डॉ उमेश कुमार बताते हैं कि शहर के निजी स्कूलों में पहले आरटीई नहीं लागू था। उन्होंने आरटीई लागू कराया। इससे जनता को यह फायदा हुआ कि गरीबों के बच्चे भी बड़े-बड़े स्कूलों में पढ़ने लगे।