K. Durga Rao
चांडिल: ईचागढ़ विधानसभा के चांडिल प्रखंड अंतर्गत सहरबेड़ा गांव के टुईलुंग टोला स्थित फुटबॉल मैदान में आगामी 29 सितंबर को सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तन सभा के रूप में एक जनसभा का अयोजन किया जाएगा। इस सभा में ईचागढ़ में अब तक दबे, कुचले, शोषित व वंचित लोगों की हक और अधिकार की बात होगी। इसके साथ ही चांडिल डैम के कारण उपजे विस्थापन और इन दिनों वन विभाग के द्वारा आदिवासियों और मूलवासियों को दलमा इको सेंसिटिव जोन के नाम पर दी जा रही मानसिक प्रताड़ना से बाहर निकालने को लेकर चर्चा की जाएगा। साथ ही इससे निजात दिलाने के लिए ठोस कदम उठाया जाएगा। उक्त जानकारी कांदरबेड़ा स्थित जगजीत होटल में शुक्रवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए झारखंड प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता बाबूराम सोरेन ने दी।
उन्होंने 29 सितंबर को होने वाली सभा को लेकर विस्तृत जानकारी साझा करते हुए कहा कि बड़ी उम्मीद और आशा के साथ हमलोगों ने 2019 विधानसभा चुनाव में झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी वाली महागठबंधन को जीताने का काम किया। विगत चुनाव में ईचागढ़ से झामुमो गठबंधन प्रत्याशी सबिता महतो को सड़क से सदन तक पहुंचाने में मेरे जैसे सैकड़ों सामाजिक कार्यकर्ता ने दिन रात एक कर दी, ताकि ईचागढ़ का चौतरफा विकास हो, भूखे को भरपेट रोटी मिले, बेरोजगारों को रोजगार, महिलाओं को सम्मान और आदिवासियों को शान से जीने खाने का मौलिक अधिकार मिले, लेकिन दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि हमारी सारी आकांक्षाएं धरी की धरी रह गई। इसलिए अब ईचागढ़ में सामाजिक व राजनीतिक परिर्वतन के लिए 29 सितंबर को सहरबेड़ा के टुईलुंग स्थित फुटबॉल मैदान में विधानसभा स्तरीय एक सभा का अयोजन किया जा रहा है, जिसमें क्षेत्र के सभी शोषित वंचित लोग पहुंच कर परिर्वतन के लिए संकल्प लेंगे। उन्होंने कहा कि अब ईचागढ़ के लोग मतदान नहीं करेंगे, बल्कि अपने मत का प्रयोग कर हक व अधिकार लेने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। इस मौके पर माझी बाबा बबलू टुडु, बबलू सोरेन, इन्द्र टुडू, पारानिक बाबा बद्रीनाथ मार्डी, नायके सुकराम मार्डी, बुधराम हेंब्रम आदि उपस्थित थे।