K. Durga Rao
चांडिल: अनुमंडल के चांडिल तथा नीमडीह थाना अंर्तगत शुक्रवार को छापेमारी के दौरान हिरासत में लिए गए सातों अवैध लॉटरी विक्रेताओं को थाना में कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बता दें कि विगत कुछ दिनों से लगातार मिल रही सूचनाओं के आधार पर अनुमंडल पदाधिकारी शुभ्रा रानी के नेतृत्व में चांडिल थाना प्रभारी ने अपने पुलिस की टीम साथ शुक्रवार को चांडिल में फर्जी और अवैध लॉटरी के खिलाफ छापेमारी करते हुए न्यू टीचर्स कॉलोनी के एक मकान में दबिश दी और मकान की तलाशी ली। इस क्रम में पुलिस ने कुल 56 हजार 2 सौ रूपए नकद, 800 पीस अवैध लॉटरी टिकट के साथ 34 वर्षीय काबलु नाग, 33 वर्षीय अर्जुन सिंह मुंडा, 30 वर्षीय अजय महतो, और 25 वर्षीय मोनू हलदार को पुलिस ने हिरासत में लिया था। पुलिस के मुताबिक छापेमारी स्थल से पकड़ाए गए चारों युवक चांडिल बजार सहित आस-पास के क्षेत्रों में लॉटरी बेचने का काम करता है। थाना में कागजी कारवाई का निष्पादन करने के उपरांत पुलिस ने चारों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। छापेमारी दल में पु.अ.नि नवल प्रकाश, पु.अ.नि अजीत तिर्की स.अ.नि रामकुंवर सोरेन एवं सशस्त्र बल सामिल थे। उक्त जानकारी चांडिल थाना प्रभारी वरुण कुमार यादव ने दिया।
वहीं नीमडीह थाना प्रभारी तंजील खान ने बताया की शुक्रवार को गुप्त सुचना के आधार पर नीमडीह थाना अन्तर्गत चांडिल स्टेशन जाने वाली मुख्य सड़क पर तीन लोगों को अवैध लॉटरी बेचते हुए पुलिस ने धर दबोचा। इसके बाद सभी की तलाशी ली। इस क्रम में तीनों के पास से कुल 14 बंडल लॉटरी का टिकट पाया गया। जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया। सभी कागजी कार्य पूरा करने के बाद शनिवार को तीनों लॉटरी विक्रेताओं 52 वर्षीय अजय कुमार सिंह, 50 वर्षीय नंदकिशोर मांझी, 35 वर्षीय श्रवण प्रमाणिक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। छापेमारी दल में नीमडीह थाना के एसआई विनोद टुडू, एसआई रमन कुमार विश्वकर्मा, हवलदार जयराम मंडल (रिजर्व गार्ड) आरक्षी मो. मोकलेसुर रहमान (रिजर्व गार्ड), आरक्षी राजेन्द्र किस्कु (रिजर्व गार्ड) शामिल थे
ज्ञात हो कि बीते कई वर्षों से चांडिल में अवैध लॉटरी खेल का संचालन सफेदपोश नेताओं के संरक्षण में धड़ल्ले से मुख्य बाजार की सड़कों पर सभी गली-मुहल्ले, चौक-चौराहे पर हो रहा है। खेल में संलिप्त सात लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गए। जैसे ही शुक्रवार को सात आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आए चांडिल के लोग इस अवैध खेल के मुख्य सरगना का नाम जानने के लिए बेचैन हो उठे। लोगों का मानना है जबतक इस अवैध खेल का सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ता यह खेल बंद होने से रहा। मिली जानकारी के अनुसार इस अवैध लॉटरी खेल के संचालन में विभिन्न राजनीतिक दलों के कई स्थानीय सफेदपोश अहम भूमिका निभाते हैं। अब लोगों का कहना है अब उन्हें गरीबों की गाढ़ी कमाई को लूट कर खाने वाले सफेदपोश लोगों के गिरेबान तक पुलिस की पकड़ पहुंचने का इंतजार है।