- विभिन्न मांगों को लेकर कंपनी का गेट जाम, सारे यूनिट ठप्प, कंपनी को लाखों का नुकसान
- खरसावां के हांसदा स्थित श्री सीमेंट प्लांट के गेट के सामने प्रदर्शन करते कंपनी के लैंड सेलर एम्प्लोयी
- खरसावां के हांसदा स्थित श्री सीमेंट प्लांट के गेट सामने रोकी गयी बसें
खरसावां : खरसावां के हांसदा स्थित श्री झारखंड सीमेंट कंपनी के रैयतकर्मी और मजदूरों ने विभिन्न मांगों को लेकर कंपनी के मुख्य गेट को जाम कर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे कंपनी के सारे यूनिट में काम ठप्प पड़ गया है। कंपनी में कार्यरत 78 रैयतदार कर्मियों, लगभग एक हजार मजदूरों, पोकलेन और हाइड्रा ऑपरेटरों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को सुबह 9 बजे से श्री झारखंड सीमेंट कंपनी के मुख्य गेट को जाम कर दिया। साथ ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। कंपनी के रैयतदार कर्मियों ने एकरारनामा के तहत वेतन पुननिरीक्षण नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कंपनी निर्माण में अपनी जमीन दी थी उन रैयतदार कर्मियों को एकरारनामा के मुताबिक मैट्रिक पास युवाओं को 30 हजार, इंटरमीडिएट पास युवाओं को 35 हजार, स्नातक पास युवाओं को 40 हजार, टेक्निकल ट्रेड युवाओं को 50 हजार वेतन देना था। लेकिन लंबे समय से कंपनी प्रबंधन द्वारा वेतन पुननिरीक्षण नहीं किया गया। आज भी लगभग 20 कामगार जमीनदाता रैयत हैं, जिनका वेतन पुननिरीक्षण नहीं किया गया है। रैयतदारों ने कंपनी प्रबंधन को अल्टीमेटम दिया है कि जब तक एकरारनामा के तहत वेतन और सुविधा नहीं दिया जाता है। तब तक प्लांट को चलने नहीं दिया जाएगा। इस दौरान कंपनी के प्रोडक्शन यूनिट, पैकिंग यूनिट, डिस्पैच यूनिट, ट्रांसपोर्टिंग यूनिट, लोडिंग और अनलोडिंग सहित सारे यूनिट का काम ठप कर दिया गया है। वही कंपनी के अधिकारियों को भी कंपनी के अंदर प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। रैयतदारों ने बताया कि कई बार कंपनी प्रबंधन से मिलकर अपनी मांगों को रखा गया, मगर कंपनी प्रबंधन द्वारा उनकी मांगों को अनसुना कर दिया। इस कारण कंपनी मुख्य गेट को जाम कर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
बोनस के नाम पर मजदूरों को मिलता है झुनझुना
श्री झारखंड सीमेंट कंपनी के रैयतकर्मी के अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में शामिल कंपनी के सैकडों मजदूरों, पोकलेन और हाइड्रा ऑपरेटर ने आरोप लगाया कि कंपनी प्रबंधक बोनस के नाम पर झुनझुना देता है। ठेका कर्मियों को वेतन एवं अन्य सुविधा नहीं दिया जाता है। योग्यता के अनुसार वेतन नहीं दिया जाता है। कंपनी मजदूरों को गुड़ चना भी नहीं मिलता है। साथ ही 6 घंटे ओवरटाइम करवा कर 4 घंटे का ओवरटाइम दिया जाता है।
कंपनी से प्रॉफिट बोनस देने की मांग
श्री झारखंड सीमेंट कंपनी के रैयतकर्मी सौरेश कुमार मिश्रा ने कहा कि वेतन वृद्वि, कंपनी के प्रॉफिट के आधार पर बोनस देने की मांग को लेकर बुधवार को सुबह श्री झारखंड सीमेंट कंपनी के मुख्य गेट को जाम कर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है। उन्होने कहा कि कंपनी के द्वारा बहुत ही कम वेतन पर रैयतदारो की नियुक्ती किया था। प्रत्येक पांच वर्ष में वेतन वृद्वि होना चाहिए, लेकिन कंपनी ने ऐसा नहीं किया। आज भी 20 कामगार जमीनदाता रैयत की वेतन वृद्वि नहीं हुई है। कंपनी बोनस में कटौती नहीं कर कंपनी के प्रॉफिट के आधार पर बोनस देने की मांग की है।
मांगें पूरी होने पर खुलेगा कंपनी का गेट
श्री झारखंड सीमेंट कंपनी की रैयतकर्मी अनिता महतो ने कहा कि श्री झारखंड सीमेंट कंपनी हमारी समस्याओं को कभी गंभीरता से नहीं लिया है और कोई सुनवाई भी नहीं की है। वेतन वृद्धि के नाम पर किसी का दो हजार और किसी का एक हजार वृद्धि हुई है। प्रतिदिन के हिसाब से दो से चार रूपए वेतन वृद्धि हुई है। कहा कि एक कर्मी 8 से 16 घंटे अपना योगदान दे रहा है तो चार रूपए से क्या होगा। हमारी मांगों को कंपनी प्रबंधन के समक्ष रखा है। हमारी मांगें पूरी होने पर कंपनी का गेट खोल दिया जाएगा, अन्यथा गेट अनिश्चितकालीन बंद रहेगा।
5 साल के बाद ही होगा वेतन पुनरीक्षणः सौरभ
श्री झारखंड सीमेंट कंपनी के अधिकारी सौरभ कुमार ने कहा कि रैयत कर्मियों की कोई मांग कंपनी प्रबंधक के पास नहीं आई है। इंक्रीमेंट खराब हुआ है, जो उनका मुद्दा है। इसके साथ-साथ बहुत सारे मुद्दे आ गए हैं। उन्होंने कहा कि दस फ़ीसदी वेतन वृद्धि होना चाहिए यह कंपनी भी मानती है। इस पर वार्ता करेंगे। पांच साल के बाद ही वेतन पुननिरीक्षण होगा। अभी समय नहीं हुआ है।