- उपायुक्त नितिश कुमार सिंह बोले – “महिलाएं बनें पंचायत की असली निर्णयकर्ता, न कि केवल नाम की प्रतिनिधि”
सरायकेला (संवाददाता: के. दुर्गा राव): झारखंड सरकार के पंचायती राज विभाग के तत्वावधान में ‘पंचायत नेत्री अभियान’ के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचायत संसाधन केंद्र, सरायकेला के सभागार में किया गया। इसका उद्घाटन उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी श्री नितिश कुमार सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, उपाध्यक्ष मधुश्री महतो सहित कई महिला जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलित कर संयुक्त रूप से किया।
उद्देश्य: महिला नेतृत्व को मजबूत बनाना
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पंचायतों में निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों को नेतृत्व की कला में दक्ष बनाना, उन्हें शासन की प्रक्रिया में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करना और आत्मनिर्भरता की दिशा में उन्हें सशक्त करना है।

महिलाएं बनें फैसले लेने वाली – उपायुक्त
उपायुक्त श्री नितिश कुमार सिंह ने कार्यक्रम में कहा:
“अक्सर देखा गया है कि महिला मुखिया के स्थान पर उनके पति या परिवार के सदस्य पंचायत का संचालन करते हैं, जिससे महिला नेतृत्व केवल नाम का रह जाता है। ‘पंचायत नेत्री अभियान’ ऐसी स्थितियों को समाप्त करने और महिलाओं को निर्णय लेने की शक्ति देने के लिए प्रारंभ किया गया है।”
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य केवल जानकारी देना नहीं, बल्कि महिलाओं को निर्णयात्मक नेतृत्व के लिए तैयार करना है, ताकि वे गांव के विकास की दिशा में नेतृत्व करें और सामाजिक बदलाव की अगुवाई कर सकें।
महिलाएं बदलाव की अग्रदूत बनें – प्रेरणादायक वक्तव्य
उपायुक्त ने यह भी कहा—
“मजबूत समाज के निर्माण में मजबूत माँ, बहू और बेटी की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। महिला प्रतिनिधि सामाजिक, पारिवारिक, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे विषयों पर स्पष्टता से अपनी बात रखती हैं और **स्थायी समाधान की दिशा में बेहतर कदम उठा सकती हैं।”
उन्होंने प्रतिनिधियों से राजस्व संग्रहण, पंचायत के संसाधनों के बेहतर उपयोग, और 15वें वित्त आयोग की राशि को नियमानुसार खर्च करने की अपील की।
प्रशिक्षण से बढ़ेगा आत्मविश्वास – जिला परिषद अध्यक्ष
जिला परिषद अध्यक्ष श्री सोनाराम बोदरा ने कहा कि यह प्रशिक्षण महिलाओं को केवल जानकारी नहीं देगा, बल्कि उनका मनोबल बढ़ाएगा और स्थानीय स्तर की समस्याओं को हल करने में सक्षम बनाएगा।
उन्होंने कहा:
“जब महिलाएं अपने अधिकारों को जानेंगी और आत्मनिर्भर बनेंगी, तभी समाज का समग्र विकास संभव है। यह अभियान अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणा बनेगा।”
उपस्थित रहे अधिकारी व प्रतिनिधिगण
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त रीना हांसदा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी सुरेन्द्र उरांव, जिला परिवहन पदाधिकारी गिरजा शंकर महतो, जिला शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्रा, जिला खेल पदाधिकारी अमित कुमार सहित कई महिला जनप्रतिनिधि व विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
‘पंचायत नेत्री अभियान’ केवल एक प्रशिक्षण नहीं, बल्कि महिला नेतृत्व को समाज में प्रभावशाली भूमिका दिलाने की दिशा में मजबूत पहल है। इस अभियान से गांवों में वास्तविक नेतृत्व करने वाली महिलाएं सामने आएंगी जो शासन, विकास और बदलाव की नई इबारत लिखेंगी।






