K. Durga Rao
पानी जैसे ज्वलंत मुद्दे पर राजनीति करने और आम जनता के भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले भाजपा के कार्यक्रम से आम जनता ने किनारा कर लिया। हालांकि आम जनता को कार्यक्रम से जोड़ने के लिए भाजपा द्वारा पिछले चार-पांच दिनों से बड़े-बड़े बॉक्स और ध्वनि विस्तार यंत्र लगाकर पूरे आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र में प्रचार प्रसार कराया जा रहा था और पूरे नगर निगम क्षेत्र में कई होर्डिंग भी लगाए गए थे, लेकिन सब बेकार गया। साथ ही भाजपा के कई वरिष्ठ नेता भी कार्यक्रम से दूर रहे, क्योंकि भाजपा के भी कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को पता है कि आज पानी की जो विकराल समस्या आदित्यपुर नगर निगम में व्याप्त है, उसके लिए कोई और नहीं बल्कि भाजपा की पूर्ववर्ती राज्य सरकार के गलत फैसलों और पिछले 10 वर्षों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आदित्यपुर नगर निगम में भाजपा के मेयर, डिप्टी मेयर, उपाध्यक्ष ही जिम्मेदार हैं। उक्त बातें भाजपा के आज आदित्यपुर नगर निगम कार्यालय पर प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह ने दी।
उन्होंने कहा कि अगर तत्कालीन पूर्ववर्ती भाजपा की सरकार जुस्को (टाटा स्टील) को जलापूर्ति का कार्य सौंप देती, तो आदित्यपुर नगर निगम के घर-घर में दो-तीन वर्ष पूर्व ही पानी आ जाता। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री चंपई के निर्देश पर तात्कालिक राहत देने के लिए सभी वार्ड में डीप बोरिंग का टेंडर निकाला जा चुका है। साथ ही नगर निगम के अलावे जुस्को के द्वारा भी टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। पुराने सीतारामपुर प्लांट के जीर्णोद्धार पर भी गंभीरता से विचार चल रहा है। साथ ही आदित्यपुर जलापूर्ति योजना के कार्य में भी तेजी आई है और संभावना है कि 2025 के शुरुआत में जिंदल द्वारा भी जलापूर्ति का कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के नेतृत्व में आदित्यपुर नगर निगम और आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र का शीघ्र ही कायाकल्प होगा।