Mohit Kumar
दुमका : झारखंड सरकार के पेयजल मंत्री मिथलेश ठाकुर ने दुमका के बासुकीनाथ धाम में विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला का उद्घाटन किया। इस मौके जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख सहित ज़िले के आला अधिकारी मौजूद रहे। भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर उन्होंने राज्य की जनता की खुशहाली और समृद्धि की कामना की।
मंत्रोचार के बीच दुमका जिले के दारुक वन में स्थित बाबा बासुकिनाथ धाम मेला का उद्घाटन हुआ। एक महीने तक चलने वाले इस मेले में देश और विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां बाबा को जल अर्पित करने आते हैं। देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम को दीवानी कहा जाता है तथा वासुकीनाथ बाबा को फौजदारी कहा जाता है। मान्यता है कि जो भक्त अपनी मन्नत लेकर बासुकीनाथ के दरबार आते हैं, उनकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। इसलिए इन्हें मनोकामना लिंग भी कहा जाता है।
झारखंड सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर आज बासुकीनाथ धाम पहुंचे । यहां उन्होंने पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कर एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पंडा धर्मरक्षिणी सभा के सदस्यों के साथ साथ काफी संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद थे। मंत्री ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड सरकार ने इस राजकीय मेला को काफी भव्य स्वरूप प्रदान किया गया है। जो भी भक्त श्रावणी मेले में जलार्पण के लिए आएंगे उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हो, उन्हें पर्याप्त सुविधा मिले, वे शांतिपूर्वक और सुगम तरीके से गंगाजल शिवलिंग पर चढ़ाकर एक अच्छे अनुभव के साथ अपने घर लौटे, हमारी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तरफ से ही अधिकारियों को यह साफ निर्देश दिया गया है कि भक्तों को कोई कष्ट न हो, आप ऐसी व्यवस्था दें। अधिकारी मुख्यमंत्री के इस निर्देश का अक्षरशः पालन करते हुए भक्तों की सेवा में तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि बासुकीनाथ फौजदारी बाबा हैं। यहां जो भी श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आते हैं, उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है। ऐसे में भक्तों की अटूट श्रद्धा बाबा बासुकी के प्रति है।
बता दें कि बासुकीनाथ धाम जरमुंडी प्रखंड में स्थित है और इस जरमुंडी प्रखंड को अनुमंडल का दर्जा मिले इसके लिए लंबे समय से लोग मांग कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी मांग रखी गई लेकिन आज तक इसे जमीन पर नहीं उतारा गया। आज स्थानीय विधायक बादल पत्रलेख ने बासुकीनाथ मेले के उद्घाटन के दौरान अपने संबोधन में फिर से जरमुंडी प्रखंड को अनुमंडल बनने की मांग रखी तो मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा कि इस मांग पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी संज्ञान लिया है और इसे अनुमंडल का दर्जा मिले इसके लिए आगे की कवायद की जाएगी।