Mohit Kumar
दुमका : आज के युवाओं में अहं काफी घर कर गया है। उन्हें ना सुनने की आदत नहीं है। अगर कोई किसी काम से मना करता है, तो यह उनके तथाकथित ईगो को ठेस पहुंचाता है। उनका यह ईगो प्रेम संबंधों में भी नजर आता है। यहां हम आपको इसी तरह के एक खतरनाक और दर्दनाक हकीकत के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे और हत्यारे के प्रति आपका मन घृणा और क्रोध से भर जाएगा।
घटना दुमका जिले के तालझारी थाना क्षेत्र की है। विगत 25 अप्रैल को थाना क्षेत्र से एक किशोरी शौच के लिए कहकर अपने घर से निकली और वापस नहीं आई। काफी समय तक उसके वापस न लौटने के बाद परिजनों ने अपने स्तर से काफी खोजबीन की। इसके बाद अगले दिन यानी 26 अप्रैल को इस संबंध में तालझारी थाना में लिखित शिकायत की गई। पुलिस ने इस मामले में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच में जुटी पुलिस ने 29 अप्रैल को किशोरी के गांव के समीप ही झाड़ी में एक नर कंकाल बरामद किया। पुलिस ने लापता किशोरी के परिजनों से शिनाख्त करवाई तो परिजनों ने कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान लापता किशोरी के रूप में की। घर से गायब होने के पांचवें दिन ही नर कंकाल के रूप में शव बरामद होना घटना की गंभीरता को दर्शा रहा था। यहां गौरतलब है कि 29 अप्रैल को किशोरी की शादी होनी थी और उसी दिन उसका नर कंकाल बरामद हुआ।
इसके बाद पुलिस इस मामले में आरोपी की तलाश में जुट गई। इसके लिए एक एसआईटी का गठन किया गया। जांच के क्रम में पुलिस ने किशोरी के गांव के ही एक युवक पिंकू कुमार मंडल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिसिया पूछताछ में पिंकू टूट गया और उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
घटना को लेकर जो बात सामने आई वह पिंकू के खतरनाक मंसूबे को दर्शा रहा था। पता चला कि किशोरी और पिंकू के बीच दो वर्षों से प्रेम संबंध चल रहा था। घटना के संबंध में दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि किशोरी और पिंकू के बीच दो वर्षों से प्रेम संबंध चल रहा था। इस बीच किशोरी के परिजनों ने उसकी शादी देवघर में तय कर दी।
पिंकू हर हाल में किशोरी से शादी करना चाहता था, लेकिन किशोरी अपने परिजनों के खिलाफ जाने के लिए तैयार नहीं हुई। अंत में पिंकू ने अपना अंतिम दांव खेला। उसने 25 अप्रैल को किशोरी को शादी से पहले अंतिम बार मिलने के लिए सुनसान जगह पर बुलाया। किशोरी भी निर्धारित स्थल पर पहुंच गयी। पहले तो काफी देर तक मान मनव्वल का दौर चलता रहा, लेकिन किशोरी नहीं मानी।
इसके बाद पिंकू का आपराधिक चेहरा सामने आया। उसने किशोरी के साथ जबरदस्ती शुरू की और उसे जंगल में ही बंधक बनाकर रखा। इस दौरान पिंकू ने किशोरी के साथ कई बार दुष्कर्म किया। पूरे 48 घंटे तक उसने किशोरी को बंध बनाकर रखा। यातना सहने के बावजूद जब उसने पिंकू की बात नहीं मानी, तो पिंकू ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और उसे झाड़ियों में फेंक दिया। इतने से भी उसका मन नहीं भरा नहीं, तो उसने बॉडी पर एसिड डाल दिया। एसिड के कारण किशोरी का शव कुछ दिनों में ही कंकाल में तब्दील हो गया।