K. Durga Raoa
चांडिल: प्रखंड के बोराबिंदा गांव के निकट शुक्रवार की शाम हुई वज्रपात में दो व्यक्ति की मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों चांडिल डैम में लगे केज में मछली पकड़ने घुसे थे। कालीचरण बेसरा का चांडिल डैम के बोराबिंदा साईड में अपना केज है। उस केज के मछली को चारा डालने के बाद दोनों जाल से मछली पकड़ रहे थे। इसी बीच वज्रपात हुआ और उसकी चपेट में आकर दोनों की मौके पर मृत्यु हो गई। मृतकों की पहचान बोराबिंदा निवासी 55 वर्षीय काली चरण बेसरा और 58 वर्षीय बनु टुडू के रूप में की गयी है।
केज के अंदर वज्रपात से हुए दो व्यक्ति की मृत्यु होने की सूचना मिलने के बाद मत्स्य प्रसार पदाधिकारी राजकुमार तूरी, चांडिल डैम विस्थापित मत्स्यजीवि स्वाबलंबी सहकारी समिति लिमिटेड के अध्यक्ष नारायण गोप, सचिव श्यामल मार्डी समेत कई सदस्य तत्काल बोराबिंदा पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इस संबंध में डैम समिति के अध्यक्ष नारायण गोप ने बताया कि केज के अंदर पहली बार ऐसी घटना घटी है। वज्रपात की चपेट में आकर दो व्यक्ति की मृत्यु के बाद समाजसेवी सुखराम हेंब्रम भी समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी लेने के बाद तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था करवाकर दोनों को एमजीएम अस्पताल भिजवाया। इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। ज्ञात हो कि इसके पूर्व 10 जुलाई को चांडिल प्रखंड के भादुडीह साप्ताहिक हाट के सामने ठनका गिरने से मौके पर तीन लोगों की मृत्यु हो गई थी और तीन घायल हो गए थे। घायलों में एक की मृत्यु इलाज के क्रम में हुई थी।