- साजिश का खुलासा, एक मोटरसाइकिल और दो देसी कट्टे बरामद
जमशेदपुर : भुइयांडीह में बुधवार को दिनदहाड़े हुई फायरिंग की घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी थी। लेकिन जमशेदपुर पुलिस ने मात्र 12 घंटे के भीतर मामले का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को हथियारों सहित गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में समीर जैना, विजय तिवारी उर्फ गोलू, और अभिषेक कुमार सिंह शामिल हैं। सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
फायरिंग से मचा था हड़कंप
घटना बुधवार दोपहर करीब 1 बजे भुइयांडीह की मटन दुकान के पास हुई, जब अचानक फायरिंग की आवाज गूंजी और इलाके में अफरा-तफरी मच गई। शुरू में यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि गोली किसने और क्यों चलाई। लेकिन जब पीड़िता रितु लोहार ने थाना में शिकायत दर्ज कराई, तो पुलिस हरकत में आ गई।
धमकी के इरादे से चलाई गोली
पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी समीर जैना ने कबूल किया कि वह टकलू लोहार के बेटे प्रिंस लोहार को डराना चाहता था, लेकिन निशाना उसकी पत्नी रितु लोहार बनी। घटना के समय उसके साथ अभिषेक कुमार सिंह भी मौजूद था, जिसके पास दूसरा देसी कट्टा था। गोली चलाने के बाद दोनों ने एक चोरी की मोटरसाइकिल से फरार होकर टेल्को में शरण ली।
तीसरे आरोपी को सौंपे थे हथियार
टेल्को में उन्होंने तीसरे साथी विजय तिवारी उर्फ गोलू को हथियार और गोली छुपाने को कहा। वहीं, फायरिंग के दौरान मौके से बरामद दो खोखा भी अभियुक्तों ने अपने पास रख लिए थे। पुलिस ने तीनों की गिरफ्तारी के दौरान एक एंड्रॉयड मोबाइल, दो देशी कट्टा, एक जिंदा गोली, दो खोखा, और चोरी की बाइक भी बरामद की।
सिटी एसपी ने दी जानकारी
घटना की पुष्टि करते हुए सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने कहा कि प्रारंभिक स्थिति में यह मामला स्पष्ट नहीं था, लेकिन पीड़िता की शिकायत और तकनीकी अनुसंधान के जरिए पुलिस ने महज 12 घंटे में साजिश को उजागर कर दिया। सभी अभियुक्तों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
पुलिस की तेज़ कार्रवाई से जहां आम लोगों को राहत मिली है, वहीं शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। दिनदहाड़े गोली चलना यह दर्शाता है कि असामाजिक तत्व कितने बेखौफ हो चुके हैं।






