- स्थानीय लोगों ने प्रशासन से की त्वरित हस्तक्षेप की मांग
चांडिल (के दुर्गा राव) : चांडिल प्रखंड के बामनी नदी किनारे स्थित क्षेत्र के एकमात्र मुक्तिधाम की हालत इन दिनों गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है। लगातार हो रही भारी बारिश और बामनी नदी में जलस्तर की अप्रत्याशित वृद्धि के कारण डेम रोड से मुक्तिधाम तक की पीसीसी सड़क अब ढहने की कगार पर पहुंच गई है। तेज बहाव से सड़क की नींव की मिट्टी बह जाने से वह अब पूरी तरह से खोखली हो चुकी है।
एकमात्र अंतिम संस्कार स्थल, सुविधाओं से वंचित
यह मुक्तिधाम चांडिल जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्र का एकमात्र शवदाह स्थल है, जिसका प्रबंधन और देखरेख श्री श्याम सेवा समिति द्वारा किया जाता है। पिछले वर्ष समिति ने निजी संसाधनों से शेड की मरम्मत और रंगाई-पुताई करवाई थी, परंतु आज भी वहां मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी बनी हुई है।
मूसलधार बारिश ने बढ़ाई मुसीबत
हाल की मूसलधार बारिश से मुक्तिधाम पूरी तरह जलमग्न हो गया। पेवर ब्लॉक उखड़कर बह गए। शेड की नींव की मिट्टी बहने से संरचना अस्थिर हो गई है। जलभराव और कीचड़ से अंतिम संस्कार में भारी परेशानी हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकारी तंत्र और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के चलते यह स्थान बदहाल हो चुका है।
स्थानीयों की मांग
निवासियों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि ढह रही सड़क को स्थायी रूप से मरम्मत किया जा सके।मुक्तिधाम को सुरक्षित, स्वच्छ और व्यवस्थित रूप में विकसित किया जाए एवं जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
लोगों का आरोप है कि इस पवित्र स्थल को लेकर प्रशासनिक लापरवाही लगातार जारी है। यदि समय रहते उपाय नहीं किए गए तो मुक्तिधाम का अस्तित्व संकट में पड़ सकता है।






