जमशेदपुर
जिला उपायुक्त सूरज कुमार द्वारा समाहरणालय परिसर से कोविड सह टीबी सघन प्रचार एवं टीबी उन्मूलन 2025 अंतर्गत ACF 100 दिन 100 जिला अभियान हेतु 7 वाहन एवं 3 बाइक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसी के साथ जनजातीय मामलों के मंत्रालय तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की देखरेख में देश के आदिवासी बाहुल्य जनजातीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य और पोषण को बढ़ाने के लिए ‘अनमाया’ कार्यक्रम अंतर्गत ‘आश्वासन’ जो कोविड और टीबी के संक्रमण की कड़ी तोड़ने हेतु जागरूकता कार्यक्रम है, की जिले में शुरूात की गई।
इस अवसर पर जिला उपायुक्त ने कहा कि टीबी उन्मूलन 2025 के उदेश्यों की प्राप्ति हेतु एवं वर्तमान में कोविड-19 के वैक्सीनेशन में प्रथम व द्वितीय डोज लेने के लिए जागरूकता लाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग, टीबी विभाग, पंचायती राज्य विभाग, आजीविका समूह एवं कार्यकारी संस्था पिरामल स्वास्थ्य द्वारा इस बहु हितधारक पहल में एकजुट होकर आमजनों को स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास है। साथ ही जनजातीय क्षेत्र के लोगों में आमतौर पर पाई जाने वाली बीमारी टीबी से होने वाली मौत एवं इससे होने वाले दुष्प्रभाव, जो व्यक्ति के कार्यशक्ति से लेकर पारिवार की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करता है, के संबंध में जागरूकता लाई जाएगी। शुरुआती दौर में अगले 100 दिन इसे सघन कार्यक्रम के रूप में चलाया जायेगा, जिसमें कार्यरत कर्मी कम्यूनिटी मोबिलाइजर एवं पारा मेडिकल स्टाफ, सहियाओं एवं अन्य विभागों के सहयोग से एक सूक्ष्म कार्ययोजना के आधार पर जिले के सभी गांव, कस्बों, मुहल्लो में घर-घर जाकर टीबी लक्षण वाले संभावित मरीजो की पहचान, उनका बलगम का सैंपल लेंगे एवं इसे उस क्षेत्र के नजदीकी सरकारी टीबी जांच केंद्रों पर पहुंचाने का कार्य करेंगे। जांच के पश्चात टीबी संक्रमित मरीजों को टीबी की मुफ्त दवा एवं क्षय योजना के लाभ से जोड़ने का कार्य करेंगे ताकि टीबी मुक्त भारत जो टीबी उन्मूलन 2025 के लक्ष्यों की प्राप्ति में जिले द्वारा एक अहम सहयोग दिया जा सके।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. साहिर पाल, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार, पिरामल स्वास्थ्य के क्षेत्रीय प्रबंधक झारखण्ड व ओडिशा देबाशीष सिन्हा, पिरामल स्वस्थ्य के जिला कर्मी रुपेश कुमार, नन्दलाल एवं शशिभूषण तथा अन्य उपस्थित थे।