जमशेदपुरः पशु (गौ वंश) तस्करी के कारोबार पर रोक लगाने का प्रयास करने का भले ही दावा किया जाता हो, लेकिन झारखंड में पशु तस्करी रूकने का नाम नहीं ले रही है। अब तो तस्करों ने पुलिस औऱ प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर लिए हैं। अब पेट्रोल टैंकर के अंदर पशुओं की तस्करी की जा रही है। इसी तरह का एक मामला पूर्वी सिंहभूम जिला के बहरागोड़ा में सामने आया है। बीती रात एनएच 49 पर छापेमारी के दौरान थाना प्रभारी संतन तिवारी की टीम ने भारत पेट्रोलियम के टैंकर को जब्त किया। टैंकर में 23 पशु लदे थे। इनमें से दो की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने टैंकर चालक शेख मिराज को गिरफ्तार कर लिया है। बरामद पशुओं को चाकुलिया के ध्यान फाउंडेशन गौशाला में भेज दिया गया है।
पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। पशु तस्करों द्वारा पुलिस को चकमा देने के लिए भारत पेट्रोलियम के खाली टैंकर में पशुओं को ले जाया जा रहा था। टैंकर को इसके हिसाब से मॉडिफाई किया गया था। टैंकर में 23 पशु लोड किए गए थे। ठूंस-ठूस कर रखने के कारण दम घुटने से दो पशुओं की मौत हो गई थी।
जानकारी मिलते ही पुलिस ने एनएच 49 पर कलियाडांगा के पास छापेमारी कर टैंकर को बरामद किया। टैंकर संख्या OR 11 D – 8838 को जब्त कर 33 वर्षीय टैंकर चालक शेख मिराज को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
बताते हैं कि टैंकर में पशुओं को लोड कर ओड़िशा से तस्करी कर पश्चिम बंगाल के रास्ते बांग्लादेश ले जाया जा रहा था। ये पशु भूखे-प्यासे ही थे। बता दें कि बॉर्डर एरिया होने के कारण बहरागोड़ा पशु तस्करों के लिए सेफ जोन है और वे इसी रास्ते से पशुओं की तस्करी करते हैं। यह पहला मौका है जब किसी टैंकर में पशुओं की तस्करी का मामला सामने आया है। इस खुलासे से पशु तस्करी के मामले में बड़े रैकेट के शामिल होने की संभावनाओं से भी नकारा नहीं जा सकता।
विहिप और दूसरे संगठनों द्वारा पशु तस्करों को पकड़कर पुलिस के हवाले करने के बाद उठने वाले सवालों पर भी इस तरह की घटना के बाद विराम लगता नजर आ रहा है। अब यह बात पूरी तरह साफ है कि झारखंड के रास्ते बड़े पैमाने पर पशुओं की तस्करी की जा रही है और इसके लिए पशु तस्कर नए-नए तरीके भी इजाद कर रहे हैं।