- डीसी ने दिया महिला उद्यमशीलता को बढावा देने के साथ ही मांग के अनुरूप प्रशिक्षण देकर आजीविका का साधन उपलब्ध कराने का निर्देश
- जिला और प्रखंड स्तर पर बेरोजगार युवाओं के नियोजन हेतु भर्ती कैम्प व रोजगार मेला का होगा आयोजन
- श्रम विभाग को मजदूरों का निबंधन बढ़ाने हेतु रजिस्ट्रेशन ड्राइव चलाने के दिए गए निर्देश
जमशेदपुर: बाजार की बदलती जरूरतों और उसके मुताबिक रोजगार में आ रहे बदलाव को देखते हुए अब मांग के मुताबिक बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसे लेकर पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन तैयारी कर रहा है। आज जिला समाहरणालय सभागार में उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी विजया जाधव द्वारा श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं संबद्ध विभागों की समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान जिला के इंडिकेटर को लेकर भी विमर्श किया गया।
उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जरूरतें बदल चुकीं हैं। इन जरूरतों के अनुसार बच्चों को प्रशिक्षित करना होगा। उन्हें प्रोत्साहित करने एवं अवसर देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आईटीआई में सर्टिफिकेट कोर्स करने वाले बच्चों को बाजार की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण देना उचित होगा। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना काल में रोजगार मिलना चुनौती का विषय बन गया और ऐसे में बाजार की क्या मांग है, उस मांग के अनुसार प्रशिक्षण देना होगा, ताकि बच्चे रोजगार और स्वरोजगार प्राप्त कर सकें।
उन्होंने जिले में संचालित उद्योगों से वार्ता कर प्रशिक्षित बच्चों के समायोजन की दिशा में भी कार्य करने को कहा। इसके तहत वेल्डर, मोटर मैकेनिक, इलेक्ट्रिशियन, प्लम्बरिंग आदि के अलावा कुछ नए कोर्स जैसे फैशन डिजायनिंग, ब्यूटीशियन, वोकेशनल ट्रेनिंग तथा तकनीकी जानकारी व अन्य तकनीकी जानकारी से जुड़े कोर्स का भी समायोजन करने को कहा। उन्होंने बच्चों के सॉफ्ट स्किल व कम्यूनिकेशन स्किल को बेहतर करने के लिए कार्यशाला का आयोजन करने को कहा, ताकि वे रोजगारपरक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें। उपायुक्त ने वर्तमान में जारी 10वीं व 12वीं की परीक्षा खत्म होने के पश्चात कैरियर काउंसिलिंग एवं कैरियर गाइंडेस से जुड़े कार्यक्रम आयोजित कराने को भी कहा।
उपायुक्त ने जिले में वर्तमान में संचालित बर्मामाइंस, बहरागोड़ा, घाटशिला व पटमदा के आईटीआई कॉलेज के अगले सेशन में उपलब्ध सीटों के विरूद्ध शत प्रतिशत बच्चों के नामांकन सुनिश्चित कराने का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि जिले में अवस्थित स्कूल-कॉलेज कैम्पस में व्यापक प्रचार प्रसार कराने की जरूरत है, ताकि बच्चों को सही समय पर नामांकन शुरू होने की जानकारी मिल सके। साथ ही बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक रोजगार मेला एवं भर्ती कैम्प आयोजित करने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने प्रखंड स्तर पर प्रतिमाह कम से कम एक रोजगार मेला सह भर्ती कैम्प आयोजित कराने को कहा। इसके साथ ही महिला उद्यमशीलता को बढावा देने की दिशा में आजीविका का साधन उपलब्ध कराने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश भी दिया गया।
बैठक में उपस्थित नियोजन पदाधिकारी ने बताया कि जमशेदपुर नियोजनालय में 7729 (नए) एवं घाटशिला नियोजनालय अंतर्गत 6128 बेरोजगार युवा निबंधित हैं जिनके नियोजन की दिशा में विभाग द्वारा अप्रैल माह से भर्ती कैम्प किया जाना है। उपायुक्त ने नियोजन पदाधिकारी से किसी ट्रेड में नियोजित होने की क्या संभावना है, कितने बच्चे प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं तथा कितनों का नियोजन जिला, राज्य एवं राज्य के बाहर किया जा सकेगा, इसकी कार्ययोजना बनाते हुए कार्य करने को कहा।
इसके साथ ही श्रम विभाग की समीक्षा के क्रम में उपायुक्त द्वारा असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का निबंधन बढ़ाने हेतु रजिस्ट्रेशन ड्राइव चलाने का निर्देश दिया गया। असंगठित क्षेत्र के कामगारों के निबंधन के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करने का भी निर्देश दिया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा कामगारों का निबंधन हो सके और सरकारी योजनाओं का उन्हें लाभ मिल सके। इसके साथ ही अन्य विभागीय योजनाओं जैसे श्रमिक औजार सहायता योजना, पेंशन योजना, चिकित्सा प्रतिपूर्ति आदि योजना में भी ज्यादा से ज्यादा योग्य लाभुकों से आवेदन प्राप्त करते हुए उन्हें लाभ पहुंचाने को कहा गया।
बैठक में उप श्रमायुक्त राजेश प्रसाद, श्रम अधीक्षक रमेश सिंह, जिला कौशल पदाधिकारी-सह- नियोजन पदाधिकारी अजय कुमार, नियोजन पदाधिकारी घाटशिला पंकज कुमार झा सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।